वाणीश्री न्यूज़, सिटी रिपोर्टर, बिदुपुर।
बिदुपुर थाने के दाउदनगर हाजीपुर महनार मार्ग में कोर्ट में लम्बित विवादित जमीन के टुकड़े पर दो पक्षो में भीषण तनाव और खूनखराबे की स्थिति है।दोनो पक्ष विवादित जमीन को लेकर वर्ष 2017 से कई दफे आमने सामने हुए और जबरदस्त मारपीट की घटना घटित हुई है।सिविल एसडीओ,डीसीएलआर से मामले की शिकायत के बाद फैसले भी आ चुके है।बावजूद प्रशासनिक उदासीनता और पक्षपात पूर्ण रवैये के चलते मामला भयावह होता जा रहा है।

मंगलवार सुबह दोनो पक्ष जमीन पर हरवे हथियार को लेकर जमीन कब्जाने जुटे, लेकिन प्रभारी थानाध्यक्ष रामशंकर साह ने स्थानीय किसी ब्यक्ति की सूचना पर तुरंत मौके पर पुलिस गस्ती गाड़ी को भेजकर दोनो पक्षो को हिदायत दी कि मामले के फैसले तक जमीन कब्जाने की हरकत नही करे।
मिली जानकारी के मुताबिक विजय चौधरी और उपेन्द्र चौधरी के बीच साढ़े तेरह डिसमिल जमीन को लेकर पूर्व से विवाद है। दोनो जमीन पर अपना दावेदारी बता रहे है। बताया जाता है कि जमीन को लेकर उपेन्द्र चौधरी 144 की प्रक्रिया के पश्चात डीसीएलआर तक पहुचे जिसमे फैसला उनके पक्ष के बिरुद्ध आया।तत्काल यह मामला उपेन्द्र चौधरी द्वारा उच्च न्यायालय में ले जाया गया है जो सुनवाई में लंबित है लेकिन दूसरे पक्ष के विजय चौधरी से जबरन जमीन कब्जाने के चक्कर मे हिंशक झड़प हो रही है।

कई दफे हुई मारपीट
दोनो तरफ से आये दिन मारपीट की घटना होती रही है। 23 जनवरी को विजय चौधरी एवम विशनदेव चौधरी को बेदर्दी से पीटा गया जिसमें विशनदेव चौधरी तत्काल इलाजरत है। मामले में विजय चौधरी द्वारा बिदुपुर थाने से शिकायत की गई।प्राथमिकी की बात तो दूर मामले की जांच तक नही कराई गई।

प्रशासन पर लगा आरोप
जख्मी विशनदेव चौधरी और स्थानीय कई लोगो ने प्रशासन पर मामले को लेकर आरोप लगाया कि उपेन्द्र चौधरी रसूख बाला ब्यक्ति है उसने प्रशासन को अपने पक्ष में कर जबरन जमीन कब्जाने का प्रयास कर रहा है।
दूसरी तरफ पीड़ित ब्यक्ति विजय चौधरी द्वारा आरक्षी अधीक्षक वैशाली, डीआईजी, आईजी और सीएम से न्याय दिलवाए जाने के लिए गुहार लगाई गई है।

Previous articleब्रिटिश सत्ता को चुनौती देने वाले पहले लोकप्रिय आदि विद्रोही तिलका मांझी
Next articleजानिए क्या खास है पटना का महाविद्या ग्लोबल स्कूल