पटना, 24 फरवरी 2022:बिहार में प्राथमिक के छट्ठे चरण की नियुक्ति प्रक्रिया 25 फरवरी को लगभग समाप्त हो रही हैं। सरकार के गलत नीतियों के कारण बिहार के लगभग 90 हजार सीटेट पास अभ्यर्थी छट्ठे चरण से वंचित रह गए हैं, जिसकी स्थिति मानसिक और आर्थिक रूप से बिमार से भी बत्तर हो चुकी हैं। ये अभ्यर्थी लगातार पिछले 2 – 3 वर्षों से आंदोलन, भूख-हड़ताल एवं ट्वीटर कैंपेन के माध्यम से अपनी मांग रखने में जुटे हैं। मार्च के पहले सप्ताह में विज्ञप्ति जारी करने को लेकर संघ के प्रदेश अध्यक्ष विवेक कुमार ने सचिवालय, शिक्षा विभाग एवं शिक्षा मंत्री को प्राथमिक के सातवें चरण की शिक्षक भर्ती की विज्ञप्ति निकालने के लिए लगातार आवेदन दे रहे हैं।
साथ ही इससे जुड़े तमाम अभ्यर्थी शिक्षा विभाग को पत्र भेजकर मार्च के पहले सप्ताह में विज्ञप्ति जारी करने की मांग कर रहे हैं। गत बुधवार को अभ्यर्थियों ने ट्वीटर पर हैश टैग एक से आठ नोटिफिकेशन इन मार्च के साथ ट्वीटर कैंपेन किया।जो ट्वीटर पर 1 लाख 75 हजार ट्वीट्स के साथ बिहार में नंबर 1 पर ट्रेंडिंग में रहा।
इस ट्वीटर कैंपेन को विभिन्न राजनीतिक दलो और कई सज्जनों का समर्थन भी मिला। राजद के प्रदेश प्रवक्ता चितरंजन गगन ने ट्वीट कर मार्च में प्राथमिक के सातवें चरण की शिक्षक भर्ती की विज्ञप्ति जारी करने की मांग की। साथ ही सीपीआईएमएल के विधायक संदीप सौरभ,सुकन्या (बिहार तक, ऐंकर) और अन्य लोगों ने ट्वीटर कैंपेन में हिस्सा लेकर अपना समर्थन दिया ,ट्वीटर ट्रेंड करवाया और सरकार से मार्च में विज्ञप्ति जारी करने को कहा।
सभी ने ट्वीट के माध्यम से सरकार को घेरा और कहा कि बिहार की जर्जर शिक्षा व्यवस्था को देखते हुए बिहार सरकार को इन्हें मार्च के पहले सप्ताह में प्राथमिक के सातवें चरण की विज्ञप्ति दे देनी चाहिए क्योंकि छट्ठे चरण में आधी से ज्यादा सीटे रिक्त रह गयी हैं और बिहार में सबसे खराब स्थित प्राथमिक शिक्षा की ही हैं।
अभ्यर्थियों ने भी ट्वीटर पर अपने ट्वीट के माध्यम से अपनी करूणा भरी कहानी रो-रो कर शब्दों के माध्यम से सबो को अवगत कराया। इस ट्वीटर कैंपेन में मुख्य रूप से संघ के प्रदेश अध्यक्ष विवेक कुमार, अनुज कुमार, अजित कुमार, कुन्दन भारती, जाग्रिती प्रिया,सौरभ प्रकाश समेत बिहार के सभी वंचित शिक्षक अभ्यर्थियों ने हिस्सा लिया।
अभ्यर्थियों ने कहा कि अब सारी उम्मीद शिक्षा विभाग पर ही टीकी हैं, परन्तु अभी तक शिक्षा विभाग और शिक्षा मंत्री के द्वारा केवल झूठा आश्वासन छोड़कर कुछ भी नहीं मिला हैं। शिक्षा मंत्री कहते हैं कि छट्ठे चरण को समाप्त होते ही हम सातवें चरण की विज्ञप्ति जारी कर देंगे।
अब देखना होगा कि मंत्री जी अपने बात पर कायम रहते हैं की नहीं। चूँकि छट्ठे चरण की नियुक्ति प्रक्रिया 25 फरवरी को समाप्त हो रही हैं। इसलिए अभ्यर्थियों का कहना हैं कि शिक्षा विभाग अविलम्ब रिक्तियों की विवरणी और रोस्टर मंगवाकर मार्च के पहले सप्ताह में प्राथमिक के सातवें चरण की विज्ञप्ति जारी करे। अगर मार्च के पहले सप्ताह में विज्ञप्ति जारी नहीं होती हैं तो ये अभ्यर्थी अपनी छात्र शक्ति में संगठित होकर 3,4,5 मार्च को आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे, जिससे सरकार को मुसीबतों का सामना करना पड़ सकता हैं।