तंगदिल है ये जहां और संगदिल मेरा सनम

क्या करे जोश-ए-जुनूं और हौसला फिर क्या करे

 

मंज़िलें अपनी जगह हैं, रास्ते अपनी जगह ………..!

 

बॉलीवुड के मशहूर गीतकार स्व अनजान की ये पंक्तियां अक्षरशः लागू होती है साउथ फिल्म इंडस्ट्री में गतिशील अभिनेता बॉम्बे राजकुमार पर जिन्होंने संघर्ष की आँच में तप कर अपने अभिनय प्रतिभा के बदौलत अपनी विशिष्ट पहचान साउथ के सिनेदर्शकों  के दिलों में स्थापित की है। गाजीपुर (उत्तरप्रदेश) के मूल निवासी  राजू कुमार नाविक ने 2004 में अपनी जागती आखों से अभिनय के क्षेत्र में अपनी पहचान कायम करने का सपना देखते हए गाजीपुर से (उत्तर प्रदेश) से बेंगलोर का सफर तय किया और सिल्वर स्टार एक्टिंग एंड मॉडलिंग स्कूल जैसी कई अन्य संथाओं से जुड़ कर अपनी अभिनय क्षमता व ज्ञान को परिमार्जित किया और अपना स्क्रीन नेम बॉम्बे राजकुमार रखा। प्रतिफल स्वरूप, ‘भीमा’, ‘राजाध्यक्ष’, ‘अर्जुन’, व ‘कर्ण’ आदि नाटकों में काम करने का मौका मिला। 2018 में कन्नड़ फिल्मों में इंट्री मिली। कलश पर प्रसारित धारावाहिक ‘मंगला गौरी…’ से प्रसिद्धि मिली। इसके बाद पूरे जोशे ए जुनून के साथ अभिनय को ही अपना संग दिल बनाया और कर्मपथ पर अग्रसर रहे। केजीएन चैप्टर2, रॉबर्ट, बजरंगी2 और कब्जा जैसी फिल्मों में अभिनय कर चुके अभिनेता बॉम्बे राजकुमार को हाल ही में बॉलीवुड की चर्चित फिल्म प्रोडक्शन हाउस नरेंद्र इंटरनेशनल के द्वारा फिल्म अनाम(प्रोडक्शन नo1) में केंद्रीय भूमिका निभाने के लिए अनुबंधित किया गया है। इस फिल्म की अन्य कास्ट व क्रेडिट्स की चयन प्रक्रिया जारी है। बहुत जल्द यह फिल्म फ्लोर पर चली जायेगी। इस फिल्म से अभिनेता बॉम्बे राजकुमार का हौसला काफी बुलंद हुआ है। साउथ के बाद अब बॉलीवुड की फिल्मों में भी बॉम्बे राजकुमार अपने अभिनय का जलवा बिखेरते नज़र आएंगे।

 

प्रस्तुति : काली दास पाण्डेय

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