हाजीपुर(वैशाली)जिले के देसरी प्रखंड क्षेत्र के पंचायत उफरौल के विभिन्न वार्डों में हुए जलजमाव की निकासी की माँग को लेकर ग्रामीणों ने हाजीपुर-मुसरीघरारी एनएच 322 को एक अनोखे वह निराले अंदाज में गैस चूल्हा,खाट,चौकी रखकर गाजीपुर चौक पर घंटो जाम किया।जिससे गाड़ियों की लंबी कतार लग गई। जलजमाव से नाराज़ दलित,पिछड़े और अल्पसंख्यकों समाज के लोगों ने अपनी मांगों के समर्थन में लिखी तख्तियां अपने हाथों में लिए हुए गगनभेदी नारे लगाते हुए जबरदस्त प्रदर्शन किया।जिससे लगभग तीन घंटों तक यातायात बाधित रहा।
जलजमाव से परेशान छात्र संगठन एआईएसएफ के छात्र एवं ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री से लेकर प्रखंड विकास पदाधिकारी देसरी तक विभिन्न माध्यमों से ध्यान आकृष्ट कराया था लेकिन कुछ नहीं होने पर लोगो ने राष्ट्रीय राजमार्ग 322 को तीन घंटों तक जाम रखा।लोगों के आक्रोश को देखते हुए कोई भी पदाधिकारी जाम वाले स्थल पर पहुंचने से कतराते रहे। हालांकि देसरी थानाध्यक्ष अमरेंद्र कुमार ने लोगों को समझाने का प्रयास किया लेकिन आक्रोशित लोग पदाधिकारी को बुलाने का मांग करते रहे।जिसके बाद प्रशासन द्वारा जेसीबी से मिट्टी खुदाई शुरू करवाने के बाद जाम वाले स्थल पर प्रखंड विकास पदाधिकारी,अंचलाधिकारी देसरी पहुंच कर जाम को हटवाया।
नेतृत्व कर रहे एआईएसएफ के जिला सचिव मोहित पासवान एवं समाजसेवी संजय राय ने कहा कि प्रतिवर्ष उफरौल पंचायत में जलजमाव होता है लेकिन स्थाई समाधान किए बगैर उसी हालत में छोड़ दिया जाता है जिसके कारण इस बार जलजमाव की स्थिति और भी भयावह हो गई है।
इस मौके पर मौजूद पंचायत समिति सदस्य मोहम्मद अली,एआईएसएफ के देसरी अंचल सचिव अभिषेक कुमार, अध्यक्ष मुकेश पटेल एवं ग्रामीण गोलू कुमार ने बताया कि जलजमाव के कारण लोगों के घरों में पानी है,खाना बनाने में परेशानी है एवं पानी की किल्लत हो रही है,शौचालय में पानी घुस गया है,जलजमाव के कारण कीड़े- मकोड़े व मच्छरों का प्रकोप बढ़ गया है,पानी का सड़ना शुरू हो गया है।जिसके कारण महामारी फैलने की भी आशंका बनी हुई है।
इस बीच संबंधित पदाधिकारियों से इस समस्या के समाधान के लिए बार-बार आग्रह किया गया लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं होने के कारण आज विवश होकर हमलोगों ने राष्ट्रीय राजमार्ग को जाम किया तब स्थानीय प्रशासन ने जेसीबी के माध्यम से जलजमाव निकासी का काम शुरू कराया है।
रिपोर्ट मोहम्मद शाहनवाज अता