वाणीश्री न्यूज़, हाजीपुर(वैशाली)। इन दिनों मदरसा बोर्ड के चेयरमैन का मुद्दा पूरे बिहार में छाया हुआ है।हर प्रत्याशी अपनी राजनीतिक इच्छा शक्ति के अनुसार अध्यक्ष पद को जीतने की पूरी कोशिश कर रहा है। इनमें से एक उम्मीदवार वैशाली जिले के अबुबकर सिद्दीकी हैं।जिनकी प्रसिद्धि और लोकप्रियता पूरे बिहार में आम है। उनके बारे में कहा जा रहा है कि वह मदरसा बोर्ड के चेयरमैन की कतार में पहले नंबर पर हैं।बुद्धिजीवियों का मानना है कि वह सभी लोगों की उम्मीदों पर खरा उतर सकेंगें और मदरसे के मुद्दों को आसानी से सुलझा भी सकेंगे।

सूत्रों से मिली सूचना के आधार पर अबूबकर सिद्दीकी वैशाली जिले के प्रसिद्ध बुद्धिजीवियों में से एक हैं एवं जदयू पार्टी के मजबूत एवं सक्रिय नेता है।ऐसे में वैशाली जिले के अधिकतर राजनीतिक नेताओं और बुद्धिजीवियों ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी, राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह, प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा और जदयू संसदीय बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेन्द्र कुशवाह से मांग की है कि अबूबकर सिद्दीकी को तुरंत मदरसा बोर्ड का नया अध्यक्ष बनाया जाए।

मदरसा बोर्ड के अध्यक्ष के रूप में श्री सिद्दीकी की नियुक्ति से पूरे बिहार में जद यू संगठन को अल्पसंख्यकों में मजबूती मिलेगी। अल्पसंख्यकों को इस पार्टी पर पूरा भरोसा होगा।क्योंकि कहा जाता है कि जब से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार की बागडोर संभाली है तब ही से साफ-सुथरी छवि और दयालु हृदय वाला कोई भी व्यक्ति मदरसा बोर्ड का अध्यक्ष नहीं बना है।

अब तक जितने भी अध्यक्ष बने हैं वे सभी लुटेरे और दागी हुए हैं।जिसने मदरसा बोर्ड को लूटने का काम किया है और अल्पसंख्यकों के बीच नीतीश कुमार की छवि को खराब करने का काम किया है और मदरसा बोर्ड जैसे पवित्र संस्थान को कलंकित करने का काम किया है जिससे क्षुब्ध होकर अल्पसंख्यकों ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी को पिछले चुनाव में नकारा है।लेकिन अब समय आ गया है कि प्रदेश अध्यक्ष के नेतृत्व में अबूबकर सिद्दीकी अल्पसंख्यकों के बीच जाएंगे और नीतीश कुमार के कार्यों की सराहना करेंगे और लोगों से संगठन को मजबूत करने की अपील भी करेंगे।गौरतलब बात यह है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से अबूबकर सिद्दीकी को मदरसा बोर्ड का अध्यक्ष बनाने की जिन लोगों ने मांग की है।

उन में विशेष रूप से मुजफ्फरपुर जिला से मास्टर जफर एहसान, मौलाना फखरे आलम नदवी, मौलाना ताहिर हुसैन तकमिली, मौलाना मुर्तजा आलम तैमी, मास्टर मजहर हसन, मोहम्मद सलाहुद्दीन, समस्तीपुर जिला से एहसान आलम, इफ्तिखार आलम, अजहर एहसान, मोहम्मद रोकैस, मौलाना इजहार अशरफ, वैशाली जिला से मोहम्मद हारून, मोहम्मद जमाल, मोहम्मद शाह नवाज़ अता, मोहम्मद आसिफ अता, मोहम्मद शौकत सिद्दीकी, मौलाना कमाल-उद-दीन, मौलाना क़ियाम-उद-दीन, मौलाना ताज-उल-हुदा,मास्टर नसीम-उल-हुदा,मास्टर शमीम-उल-हुदा,मौलाना नियाज अहमद कासमी,मौलाना सदर आलम नदवी, मौलाना अब्दुल कादिर,कारी असगर अली,डॉ. एम.ए. सिद्दीकी,डॉ. मुहम्मद सलीम,अंजार आलम,संजेर आलम और मुखिया मुहम्मद मुख्तार आदि शामिल हैं।

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