बिदुपुर प्रखंड के पंचायत चकसिकंदर कल्याणपुर अंतर्गत केंद्र संख्या 20,चकजैनव पर राष्ट्रीय पोषण दिवस मना कर इस अभियान का शुभारंभ किया गया। यह अभियान 1 माह तक चलेगी।ये जानकारी अखिल भारतीय आंगनवाड़ी कर्मचारी महासभा के प्रदेश महासचिव सविता कुमारी ने दी।सविता ने बच्चों, महिलाओं व किशोरियों किशोरों को कुपोषण के प्रति शपथ दिलाई एवं प्रभात फेरी भी निकाली।
शपथ के दौरान सविता बताती हैं कि कुपोषण 6 माह से 2 साल के बच्चों में ज्यादातर होती है। क्योंकि 6 माह पूरे होने पर माताएं अपने बच्चों को ऊपरी आहार देने में लापरवाही बरतने लगते हैं। जिस कारण बच्चे सही से खाना नहीं खा पाते और कुपोषण के शिकार हो जाते हैं और वे मानसिक व शारीरिक रूप से कमजोर हो जाते हैं। इसलिए इसी उम्र में मां के दूध के साथ-साथ सही मात्रा में ऊपरी आहार बच्चों को खिलाना अति आवश्यक है। एवं साफ-सफाई का भी ध्यान रखना है। खाना बनाने से पहले,बच्चों को खिलाने से पहले, शौच से आने के बाद,कूड़ा करकट उठाने के बाद अपने हाथों को साबुन और पानी से अच्छी तरह साफ करना चाहिए।
थोड़ी सी सावधानी बरतकर हम स्थिति को संभाल सकते हैं।साथ ही महिलाओं को पौष्टिक आहार लेना चाहिए।यह गर्भवती महिला के साथ-साथ पेट में पल रहे बच्चे के लिए भी जरूरी है। भोजन एवं नाश्ते में चना, गुड़,पालक,हरी पत्तेदार साग- सब्जी,फल,चुकंदर, दूध, मांस, मछली एवं अंडा आदि शामिल करना चाहिए।
गर्भवती महिलाओं को हमेशा चिकित्सक के संपर्क में रहना चाहिए। विशेष कर ध्यान दें की वैश्विक महामारी कोविड-19 को देखते हुए कोविड-19 का टीका सभी लोग लगवा ले। खुद और अपने बच्चों पर विशेष ध्यान दे। क्योंकि कोरोना का तीसरी लहर आना अभी बाकी है ।इसमें ज्यादातर हमारे बच्चे ही प्रभावित होंगे। इसलिए हमेशा मास्क पहने एवं एक दूसरे से दूरी बनाए रखें।
2 गज की दूरी,मास्क है जरूरी। रैली के दौरान तख्ती के माध्यम से किशोरी बालिकाएं,बच्चे एवं महिलाएं नारा लगा रहे थे सही पोषण, देश रोशन। मां के दूध में अमृत धारा, पीकर बच्चा पुष्ट हमारा। आईसीडीएस ने ठाना है, कुपोषण को भगाना है। आज के दिवस में प्रीति कुमारी, किरण कुमारी, कुणाल किशोर, प्रतिमा देवी, विजय कुमार, राजकुमारी देवी, मिन्ता देवी, अनीता देवी, इंदु देवी, गुंजा कुमारी, अर्पणा कुमारी, कल्पना कुमारी सहित दर्जनों लोग उपस्थित थे।