Category: सृजनात्मक लेखन

  • ब्रिटिश सत्ता को चुनौती देने वाले पहले लोकप्रिय आदि विद्रोही तिलका मांझी

    ब्रिटिश सत्ता को चुनौती देने वाले पहले लोकप्रिय आदि विद्रोही तिलका मांझी

    #जयंती_पर_विशेष #अमर_शहीद_तिलकामांझी आलेख: अनूप नारायण सिंह। भारत में ब्रिटिश सत्ता को चुनौती देने वाले पहले लोकप्रिय आदि विद्रोही तिलका मांझी पहाड़िया समुदाय के वीर आदिवासी थे। उनका जन्म 11 फ़रवरी 1750 ई. में बिहार के भागलपुर जिले के सुल्तानगंज तहसील में स्थित तिलकपुर ग्राम में एक संथाल परिवार में हुआ था। इनके पिता का नाम […]

  • दर्द का हमदर्द

    दर्द का हमदर्द

    जिन लोगों का #गांव से #कनेक्शन रहा होगा उन लोगों के लिए यह पोस्ट है आप जरूर पढ़ें। शायद मैं गांव की उस आखिरी पीढ़ी की निशानी हूं जो आपके परदादा दादा हुआ करते थे जिस #आंगन में आपकी #किलकारी गूंजी थी जिसके ओसारा में दोचारा में आपका बचपन बीता बारिश की बूंदों को आपने […]

  • दिल की गहराइयों में

    दिल की गहराइयों में

    दिल की गहराइयों में तुम्हें छुपा रखा, अपने चेहरे की मुस्कराहट में तुमको जमा रखा है। सोचता हूं तुमको भूल जाऊं, मगर प्रकृति के कण-कण में फैली खुशबू में तुमको समा रखा है। सोचता हूं तुमको छोड़ दूं, मगर अंतर्मन की बिखरी सिमटी गहरी यादों में तुमको छुपा रखा है। सोचता हूं मैं काफ़िर हो […]

  • सामूदायिक स्वास्थ्य केन्द्र भवन के चारों तरफ कचरों के अंबार

    सामूदायिक स्वास्थ्य केन्द्र भवन के चारों तरफ कचरों के अंबार

    बैरगनिया, सीतामढ़ी।। नगर के यूवा कर्मठ कार्यकर्ता गौरव श्रीवास्तव द्वारा कई दिनों से सोसल मीडिया पर सामूदायिक स्वास्थ्य केन्द्र भवन के चारों तरफ कचरों के अंबार व नगर के कई इलाकों का गटर का गंदा पानी अस्पताल परिसर में गिरता है। इस धटना को उजागर करतें हुए गौरव ने एक आवेदन स्थानीय 23 रीगा विधायक […]

  • पहले

    पहले

    युद्ध से पहले शांति का प्रस्ताव होना चाहिए। मरने से पहले जीवन का एहसास होना चाहिए। नफरत से पहले मोहब्बत का इजहार होना चाहिए। छोड़ने से पहले मिलने का गुनाह होना चाहिए। इश्क करने से पहले थोड़ी आवारगी होनी चाहिए। जुड़ने से पहले टूटने का एहसास होना चाहिए। झुकने से पहले अपने आत्मसम्मान का एहसास […]

  • बक्साहा के जंगल का पर्यावरणीय एवं वैज्ञानिक दृष्टिकोण

    बक्साहा के जंगल का पर्यावरणीय एवं वैज्ञानिक दृष्टिकोण

    डॉ अश्वनी कुमार दुबे, पर्यावरणविद, छतरपुर, मध्यप्रदेश। मध्यप्रदेश के छतरपुर जिले के अंतर्गत बक्साहा विकासखंड में प्राकृतिक सघन वन आच्छादित है इन वनों में भरपूर जैव विविधता पाई जाती है। प्राणी विविधता में 6651 प्रजातियां भारत में जिसमें से 3248 प्रजातियां मध्य प्रदेश में पाई जाती हैं मध्यप्रदेश में शेरों की संख्या अधिक होने के […]

  • कुछ इस तरह

    कुछ इस तरह

    हम बिखरगे कुछ इस तरह कि तुम संभाल भी न पाओगे। हम टूटेंगे कुछ इस तरह तुम जोड़ भी न पाओगे। हम लिखेंगे कुछ इस तरह कि तुम समझ भी न पाओगे। हम सुनाएंगे दास्तां कुछ इस तरह कि तुम कुछ कह कर भी न कह पाओगे। हम जाएंगे इस जहां से कुछ इस तरह […]

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