वाणीश्री न्यूज़, तेघड़ा। तेघड़ा अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी के भ्रष्टाचार एवं तानाशाही रवैये के खिलाफ भाकपा का तीन दिवसीय लगातार 72 घंटे का भूख हड़ताल शुरू। जिसकी अध्यक्षता भाकपा जिला मंत्री सह पूर्व विधायक अवधेश कुमार राय एवं संचालन कॉमरेड जुलुम सिंह, कॉमरेड दिनेश सिंह एवं कॉमरेड सनातन प्रसाद सिंह संयुक्त रुप से किया।भूख हड़ताल भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के जिला मंत्री कॉमरेड अवधेश राय की अध्यक्षता में शुरू हुई ।अध्यक्षता करते हुए कॉमरेड अवधेश राय ने कहा तेघड़ा अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी शराब माफियाओं, भू माफियाओं को अपराधियों को संरक्षण देने का काम करती है ।इनका दिनचर्या सिर्फ अपराधियों को जुल्मीयों को बचाने का रहता है ।
आम आवाम जो इनके काले कारनामों के खिलाफ आवाज उठाती है उन्हें विभिन्न माध्यम से धमकाने का प्रयास करती है एवं झूठे मुकदमे में फंसाती है ।इसलिए हम बिहार के मुख्यमंत्री से मांग करते हैं कि भ्रष्ट तेघड़ा अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी को अविलंब बर्खास्त करें अन्यथा हमारा भूख हड़ताल 3 दिनों का बाद आमरण अनशन में तब्दील हो जाएगा।इस भूख हड़ताल को संबोधित करते हुए तेघड़ा के विधायक कॉमरेड राम रतन सिंह एवं भाकपा बिहार राज्य सचिव मंडल सदस्य सह पूर्व विधायक कॉमरेड राजेंद्र प्रसाद सिंह ने कहा तेघड़ा अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी बुद्धिजीवियों को राजनीतिक दल के कार्यकर्ताओं को समाज हित में काम करने वाले लोगों को झूठे मुकदमे में फंसा कर प्रताड़ना करने का काम करती है।
क्योंकि तेघड़ा अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी अपने संरक्षण में अनुमंडल क्षेत्र के अंदर तमाम प्रकार के गलत कामों को अपने से करवाती है जो लोग इनके काले करतूतों पर सवाल पैदा करती है तो यह अपने पदाधिकारी एवं कर्मचारियों से एससी एसटी एक्ट के तहत मुकदमा ,रंगदारी का मुकदमा एवं अन्य जो फर्जी मुकदमा हैं वह करवा कर लोगों के आवाज को दबाना चाहती है ।जिसका उदाहरण है मालती पोखर जिर्णोद्धार की योजना को लूटा गया ।एस्टीमेट के अनुसार काम करने के लिए संवेदक को कहा गया तो वहां के पंचायत सचिव के द्वारा पूर्व मुखिया प्रतिनिधि संजीव कुमार सिंह सहित अन्य व्यक्तियों पर फर्जी मुकदमा किया गया। कोरोना प्रोटोकॉल के तहत अपने शिड्यूल के मुताबिक तेघड़ा के छात्र शिवेंडु कुमार एवं ऋतिक कुमार कोरोना वैक्सीन लेने जा रहे थे तो उन्हें तेघड़ा अंचलाधिकारी द्वारा पीटा गया उल्टे उस छात्र पर फुलवरिया थाना और तेघड़ा थाना में तेघड़ा अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी के सहयोग से फर्जी मुकदमा किया गया। भगवानपुर प्रखंड के अंदर संजात स्कूल में जिला कार्यक्रम पदाधिकारी के द्वारा करोड़ों रुपए की हेराफेरी का मुकदमा स्कूल पर किया गया।
जिसे तेघड़ा अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी के द्वारा उसे गलत साबित कर दिया गया। बछवारा प्रखंड के अंदर जमाबंदी के नाम पर कर्मचारी के द्वारा किसान से घूस लिया गया और उल्टे किसानों पर केस किया गया किसान जेल गए और कर्मचारी बाहर ऐश कर रहे हैं ।यह सारे काले करनामें तेघड़ा अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी अपनी देखरेख में करवाती है ।इसलिए भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी तेघरा अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी के काले करतूत से तंग आकर भूख हड़ताल पर बैठी है जल्द बिहार के मुख्यमंत्री ,राज्य के वरीय पदाधिकारी ऐसे भ्रष्ट पदाधिकारी को बर्खास्त करें अन्यथा भाकपा लगातार पूरे बिहार के अंदर आंदोलन करने के लिए बाध्य होगा।
इस भूख हड़ताल पर बखरी विधायक सूर्यकांत पासवान, तेघड़ा के विधायक कॉमरेड रामरतन सिंह, भाकपा जिला सचिव मंडल सदस्य प्रहलाद सिंह, डॉक्टर मोहम्मद दिलेर अफगान, पैक्स अध्यक्ष जयप्रकाश सिंह, कॉमरेड नवीन कुमार सिंह, बरौनी कार्य कारी अंचल मंत्री कॉमरेड नूर आलम खान,पूर्व मुखिया रामाधार सिंह,एटक नेता ज्ञानी तांती सहित सैकड़ों लोग भूख हड़ताल पर बैठे हैं।इस भूख हड़ताल के समर्थन में भाकपा जिला सचिव मंडल सदस्य कॉमरेड सत्यनारायण महतों,कॉमरेड जुलुम सिंह,मुखिया प्रमोद महतों, तेघड़ा अंचल मंत्री प्रदीप राय,कार्य कारी अंचल मंत्री परमानंद सिंह, किसान सभा के बिहार राज्य महासचिव अशोक प्रसाद सिंह, किसान नेता दिनेश सिंह, एआईएसएफ राज्य अध्यक्ष अमीन हमजा, तेघड़ा अंचल सचिव मोहम्मद हशमत उर्फ बालाजी, एटक नेता रविंद्र कुमार, पूर्व मुखिया अशोक सिंह, भोला सिंह ,रामउदगार पासवान सहित सैकड़ों लोग मौजूद थें।