डिस्टेंस एजुकेशन ने बदला पढ़ाई करने का तरीक़ा : अख़्तर

हाजीपुर(वैशाली)डिस्टेंस एजुकेशन की लागत आम तौर पर दूसरे शिक्षा कार्यक्रमों से कम होती है।डिस्टेंस एजुकेशन छात्र को उसके घर से अपने मनचाहे कोर्स को पूरा करने की सहूलियत देता है जिससे वो सभी खर्चे,जो किसी परिसर आधारित कार्यक्रमों में होते है वो चाहे परिवहन या रहने या खाने से संबंधित हों खत्म हो जाते हैं।यही कारण है कि डिस्टेंस एजुकेशन छात्रों और अभिभावकों दोनों के लिए आर्थिक रूप से किफायती विकल्प है।

उपरोक्त बातें मोहम्मद नसीम अख़्तर शिक्षक  राजकीय उत्क्रमित मध्य विद्यालय मुस्तफ़ापुर उर्दू प्रखण्ड चेहराकलां जिला वैशाली ने दी।घर से कोर्स करने की सुविधा के अलावा छात्रों के पास अपनी पढ़ाई पर अधिक बचत करने का डिस्टेंस एजुकेशन एक सही चुनाव हो सकता है।डिस्टेंस एजुकेशन में छात्र कंप्यूटर और इंटरनेट के माध्यम से किसी भी जगह से अपने मनचाहे कोर्स को पूरा कर सकते हैं।डिस्टेंस एजुकेशन के लिए नामांकन करने वालों में एक बड़ा हिस्सा नौकरीपेशा आबादी का है।इस शिक्षा व्यवस्था के अंतर्गत ऐसे छात्रों को अपने नौकरी या व्यवसाय से समझौता किए बगैर सहूलियत के साथ पढ़ाई का समय मिल जाता है।इसके अलावा स्टडी मटेरियल भी ऑनलाइन ही मिल जाते हैं।इस व्यवस्था के कारण देश की वो आबादी, जो परिसर-आधारित या पूर्णकालिक पाठ्यक्रमों में भाग लेने में असमर्थ हैं।उन्होंने अपने शिक्षित होने की अकांक्षाओं को पूरा किया है।

नसीम अख़्तर ने बताया कि डिस्टेंस एजुकेशन ऑनलाइन आधारित होती है।जिससे छात्र घरों मे बैठकर आराम से पढ़ सकते हैं और असाइनमेंट पूरा कर सकते हैं।अधिकांश संस्थान जो डिस्टेंस एजुकेशन कार्यक्रम कराते हैं, वो अपने छात्रों को स्टडी मटेरियल या ऑनलाइन वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से लेक्चर और ट्यूटोरियल उपलब्ध कराते हैं।यह व्यवस्था छात्रों को क्लास रुम से सीधे उनके लिविंग रूम के सोफे,बेडरूम या बगीचे में बैठ कर आराम से अपने पाठ्यक्रम को सीखने की सुविधा देती है।
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