वाणीश्री न्यूज़, सहदेई। अविभाजित बिहार में रामानंदी भक्ति शाखा के करीब ढाई हजार से ऊपर मठ-मंदिरों का मुख्यालय है पातेपुर इस्टेट स्थित प्राचीन श्री राम-जानकी मठ। कोविड काल के कारण हर साल की तरह तो नहीं पर परम्परानुसार भव्यता और वैदिक विधान के साथ पांच दिवसीय श्री सीताराम झूलनोत्सव रविवार को सम्पन्न हो गया।
पांच दिनों तक भी भक्ति की रसधारा
18 जुलाई को मन्दिर के राजपुरोहित आचार्य पंडित देवेंद्र झा के नेतृत्व में वैदिक आचार्यों ने पहले दिन का अनुष्ठान संपन्न कराया। वैदिक मंगलाचरण के साथ श्री ठाकुर जी स्वर्णजड़ित झूले पर आरूढ़ कराया गया। पहले दिन से लेकर समापन दिन तक बाहर से बुलाए गए भजन गायकों की भजन संध्या, सामूहिक रामायण पाठ, पौराणिक स्तुति पाठ, अयोध्या हनुमान गढ़ी से पधारे महंत बलराम दास संतों का प्रवचन का सिलसिला जारी रहा।
महाभण्डारा के साथ झूलनोत्सव का समापन बड़े महंत श्रीकांत शरण दास जी के मंगलानुशासन व मठ के महंत विश्वमोहन दास जी ने झूलनोत्सव के समापन पर भव्य व विशाल भंडारे का आयोजन किया। समापन समारोह में विभिन्न दलों के नेता, प्रशासनिक-पुलिस अफसर समेत पातेपुर, महुआ, हाजीपुर, समस्तीपुर, दरभंगा आदि जगहों के बड़ी संख्या में गणमान्य पधारे थे।