वाणीश्री न्यूज, सहदेई बुजुर्ग । सहदेई बुजुर्ग प्रखंड के विभिन्न पंचायतों के दर्जनों वार्ड बाया नदी में आए उफान और नहरों के ओवरफ्लो के कारण बाढ़ का सामना कर रहे हैं।सैकड़ो लोग ऊंचे स्थानों पर प्लास्टिक आदि तानकर किसी प्रकार से अपना जीवन गुजार रहे हैं। मनुष्यों से ज्यादा संकट पशुओं के सामने है।पशुओं के लिए कहीं भी चारे का इंतजाम नहीं हो पा रहा है।कोई भी प्रशासनिक सहायता नहीं मिलने से लोगों में भारी नाराजगी नाराजगी है।
इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार सहदेई बुजुर्ग प्रखंड के अंतर्गत पोहियार पंचायत वार्ड संख्या 1,7,8,9,10,11,12 के सौ से अधिक घरों में बढ़ का पानी फैला हुआ है।वार्ड संख्या 01 आलमपुर महादलित टोला में 50 से ज्यादा घरों में पानी घुसा हुआ है।जिसके कारण लोग बांध को अपना ठिकाना बनाये हुये है।प्रसाद माँझी,शिवन माँझी,जगनारायण माँझी,बुन्नीलाल माँझी,रामचंद्र माँझी,सहदेव माँझी,रामवीर माँझी,उदय माँझी,सुहगिया देवी,बनारसी देवी,आशा देवी,रेनू देवी,पिंकी देवी आदि के घरों में पानी है।लोग पीने के पानी को भी मोहताज हैं।
मंगलबार को जिला पार्षद मनिंद्र नाथ सिंह,मुखिया संजू देवी,समाजसेवी राम इकबाल पासवान आदि ने प्रभावित परिवारों से मुलाकात कर उन्हें मदद का भरोसा दिया।चकफैज पंचायत के सहदेई खुर्द गांव में मनोज पासवान,गौरी पासवान,रामनाथ राम,शिव नाथ राम,सुरिंदर राम,देविन्दर राम,दिलीप महतो,बिरजू महतो,सजीवन महतो,शिव महतो,राजकुमार पासवान,प्रदीप पासवान,विनोद पासवान,उमेश पासवान,लालदेव पासवान,चंदेशर पासवान,बैजू पासवान आदि के साथ चकेयाज कृषि फार्म एवं वार्ड संख्या 4 आदि में बाढ़ का पानी दर्जनो घरों में घुसा हुआ है।
लगातार जल स्तर में वृद्धि के कारण प्रखंड के सुल्तानपुर पंचायत के वार्ड संख्या 1 एवं 9, नयागांव पूर्वी पंचायत के वार्ड संख्या 1,2 एवं 3,नयागांव पश्चिमी पंचायत के वार्ड संख्या 2,मजरोहि के भगवतीपुर गांव आदि में बाढ़ का पानी लोगों को डरा रहा है।एक सप्ताह से अधिक समय से लोगों के घरों में एवं ग्रामीण सड़कों पर पानी समाया हुआ है ल।लोग ऊंचे स्थानों पर प्लास्टिक आदि तानकर किसी प्रकार से अपना जीवन जी रहे हैं।सड़कों पर जलजमाव के कारण लोगों को कहीं भी आने-जाने में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
इन सबों के बीच सबसे ज्यादा संकट लोगों के शौच जाने और भोजन बनाने का है।घरों में पानी होने के कारण ना तो वह शौच जा पा रहे हैं और न हीं भोजन बनाने की कोई व्यवस्था हो पा रही है। इसके अलावा पशुओं के समक्ष भी चारे का संकट है।पूरे चोर क्षेत्र में बाढ़ का पानी भरा हुआ है।घरों के आसपास भी पानी है।जिस कारण पशुओं का चारा भी पानी में डूब कर नष्ट हो चुका है।पशुओं को चारे के संकट का सामना करना पड़ रहा है।पिछले कई दिनों से लोग बाढ़ से घिरे हुय हैं।लेकिन अभी तक कोई भी प्रशासनिक सहायता इन लोगों तक नहीं पहुंची है।