वाणीश्री न्यूज़, वैशाली । जदयू की प्रदेश उपाध्यक्ष और पातेपुर विधानसभा की पूर्व विधायक प्रेमा चौधरी ने रविवार को पार्टी से इस्तीफा दे दिया। इस्तीफा देने के बाद प्रेमा चौधरी ने जदयू और सीएम नीतीश पर धोखा देने का आरोप लगाते हुए राजद में शामिल होने का ऐलान किया। रविवार को हाजीपुर स्थित अपने आवास पर आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने यह जानकारी दी। पूर्व विधायक प्रेमा चौधरी ने बताया कि विधानसभा चुनाव 2020 के पहले राजद में रहते हुए मुझे कुछ गलतफहमी हो गई थी।
- मेरे रहते पातेपुर में राजद की इतनी बड़ी हार कभी नहीं हुई थी
- पार्टी ने मेरे लिए कोई लड़ाई नहीं लड़ी
- जदयू से मैंने कुछ नहीं लिया
- जदयू ने साधारण महिला समझ कर मेरे साथ किया धोखा
- राजद में रहते हुए मुझे कुछ गलतफहमी हो गई थी
उन्होंने कहा की बताया गया था कि टिकट दूसरे को दिया जायेगा। इसके बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से संपर्क किया। मुख्यमंत्री के आश्वासन के बाद ही राजद छोड़कर जदयू में शामिल हुई थी। पातेपुर भाजपा की सीट होने का हवाला देने के बाद भी सीएम ने सीटिंग विधायक को टिकट देने की बात कही थी लेकिन बाद में साधारण महिला समझ कर मेरे साथ धोखा दिया गया।उन्होंने कहा कि जदयू को अपना समझा था, लेकिन यहां गैरों की तरह व्यवहार किया गया। जदयू से मैंने कुछ लिया नहीं। इसके बाद राजद ने मुझे अपना समझा और पार्टी ने बुलाया। अक्टूबर में राजद में शामिल होने का निर्णय लिया है।
प्रेमा चौधरी ने जदयू पर आरोप लगाते हुए कहा कि पार्टी ने मेरे लिए कोई लड़ाई भी नहीं लड़ी। पातेपुर विधानसभा सीट पर भाजपा के प्रत्याशी ने चुनाव लड़ा। यहां से राजद प्रत्याशी की बड़ी हार हुई। उन्होंने कहा कि मेरे रहते पातेपुर में राजद की इतनी बड़ी हार कभी नहीं हुई थी। प्रेमा चौधरी ने अक्टूबर में अपने समर्थकों के साथ राजद में शामिल होने की घोषणा की।