वाणीश्री न्यूज़, छपरा (प्रो अजीत कुमार सिंह)। जेपी-लोहिया के विचारों से आमजनों को अवगत कराने के लिए लक्ष्मी नारायण यादव अध्ययन केंद्र में आयोजित तीन दिवसीय शिक्षण कार्यशाला के अंतिम दिन वर्चुअल माध्यम से अपना विचार व्यक्त करते हुए बिहार के प्रसिद्ध समाजवादी नेता एवं संघर्षशील राजनीतिक व्यक्तित्व शिवानंद तिवारी ने कहा कि भारत के स्वतंत्रता आंदोलन तथा स्वातन्त्रयोत्तर भारत में गांधी के पद चिन्हों पर चलते हुए उनके वास्तविक उत्तराधिकारी लोकनायक जयप्रकाश नारायण एवं डॉ. राममनोहर लोहिया हैं।
पंडित जवाहरलाल नेहरू तो स्वतंत्रता संघर्ष के बाद प्रधानमंत्री के मुकाम तक पहुँच कर अपने लक्ष्य को प्राप्त कर लिए परन्तु जे.पी. और लोहिया आजीवन शासन-सत्ता से दूर रहकर देश के आम लोगों के कष्टों को दूर करने के लिए संघर्ष करते रहे। लोहिया ने कहा था कि जबतक गाँधी के सपनों के अनुसार समाज के अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति को आजादी का वास्तविक सुख यानी गौरवपूर्ण जीवन-यापन नहीं प्राप्त होता है। तबतक इस सत्ता-परिवर्तन से क्या फायदा। इन दोनों नेताओं ने देश के समाजवादी आंदोलन को आचार्य नरेंद्र देव, अच्युत पटवर्द्धन, मीनू मसानी, अशोक मेहता के साथ मिलकर एक नई धार एवं दिशा दी जिसके दबाव में आकर भारत को जमींदारी उन्मूलन करना पड़ा। निरगुट सम्मेलन भी लोहिया के सपनों का नतीजा था।
एक सर्वोदयी कार्यकर्ता के रूप में जेपी ने मुसेहरी (मुजफ्फरपुर) के नक्सल आंदोलन को शांति की अविरल धारा में बदल दिया। वे 1977 के राजनीतिक परिवर्तन में दूसरी आजादी के नायक भी बने। संगोष्ठी के समवर्तन सत्र को राजेन्द्र महाविद्यालय, छपरा के प्राचार्य प्रो. अशोक कुमार सिन्हा तथा रामजयपाल महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. इरफान अली ने भी सम्बोधित करते हुए इन दोनों समाजवादी विचारकों को नमन करने के साथ ही अपनी भावांजलि को प्रगट किया। तीन दिवसीय संगोष्ठी की अध्यक्षता करते हुए बिहार विधान परिषद सदस्य प्रो. वीरेन्द्र नारायण यादव ने अपने अध्यक्षीय संबोधन में कहा कि इस तरह के आयोजनों से सामाजिक-राजनीतिक चेतना का संचार होता है। जिससे समाज को एक नई दिशा मिलती है। कार्यक्रम के आयोजक-संयोजक डॉ. लालबाबू यादव ने समापन-सत्र में एक प्रस्ताव रखा कि सारण प्रमण्डल के कॉलेजों-स्कूलों एवं अन्य शिक्षण संस्थानों के साथ ही गांवों एवं पंचायतों में भी जेपी और लोहिया की स्मृति में सभाएँ एवं गोष्ठियाँ आयोजित की जाएंगी।
तीन दिवसीय शिक्षण कार्यशाला के संचालक डॉ. दिनेश पाल ने सभी प्रतिभागियों, बुद्धिजीवियों एवं प्रेस व मीडिया के प्रतिनिधियों के प्रति भी आभार व्यक्त किया जिन्होंने आयोजन से सम्बंधित समाचार का प्रकाशन कर इस संदेश को जन-जन तक पहुँचाया। इस आयोजन में विकास कुमार, प्राचार्य अरुण कुमार, डॉ. विशाल भूषण यादव, डॉ. अमित कुमार रंजन, डॉ. इंद्रकांत ‘बबलू’, पूजा कुमारी, कुमारी वंदना, अलका कुमारी, ईश्वर राम, गोपीन्द्र आनंद, अत्रिय नंदन अत्रेय, डॉ. प्रियरंजन, डॉ. अशोक कुमार रंजन, छात्र नेता शैलेन्द्र यादव, रूपेश, फैसल अनवर, ममून हक आदि उपस्थित थे। कार्यक्रम में तकनीकी सहयोग इंजीनियर अभिषेक नारायण का रहा और प्रतिभागियों को जल, स्नैक्स एवं चाय आदि का प्रबंध शम्भूनाथ यादव तथा बबलू का रहा। कार्यक्रम के अंत में प्रतिभागियों के बीच प्रमाण-पत्र वितरित किया गया। इसकी जानकारी डॉ. लालबाबू यादव व डॉ दिनेश कुमार पाल ने दी है।