हाजीपुर(वैशाली) जिले के हाजीपुर-मुसरीघरारी एन एच 322 पर स्थित बिदुपुर स्टेशन बाज़ार की जामा मस्जिद के खतीब व नौजवान इमाम मौलाना अबुल कलाम की रहस्यमयी मौत ने सनसनी फैला दिया है।
मौलाना मस्जिद के ही अंदर स्थित अपने कमरे में छत से लटकी रस्सी के फंदे में झूलते हालत में रहस्यमयी मौत के शिकार हो गए हैं। यह मौत हत्या है या आत्महत्या अभी भी एक पहेली है और सवाल भी ? वैसे सूचना मिलते ही बरांटी ओपी पुलिस मौके पर पहुंच कर लाश को अपने कब्जे मे लेकर पोस्टमार्टम के लिए हाजीपुर सदर अस्पताल भेज दिया है।
वहीं स्थानीय लोगों के मुताबिक मौलाना अबुल कलाम रात को एशा की नमाज पढ़ा कर सो गए थे।सुबह फज्र की अजां नहीं हुई तो लोगों ने उनका हाल जानने के लिए मस्जिद पहुंचें तो उन्हे आवाज दिया।जब वह कमरे से बाहर नहीं आए तो लोगों ने कमरे का दरवाजा तोड़ दिया और फिर सभी के पैरों तले जमीन खिसक गई।
मौलाना साहब अपने कमरे के छत से रस्सी के फंदे मे लटके हुए झूल रहे थे।बस क्या था लोगों ने पुलिस को सूचना दी और सभी गम में डूब गए।मौलाना अबुल कलाम मधुबनी जिले के रहने वाले बताए गए हैं और तकरीबन पांच सालों से यहां इमामत कर रहे थे।बीते रात को वह एशा की नमाज पढ़ाए और फिर न जाने क्या हुआ कि वह सुब्ह में उठे ही नहीं।
रस्सी से लटकती लाश कई सवाल खड़े कर रही है?आखिर मौलाना को क्या हुआ कि वह आत्महत्या करने पर मजबूर हो गए या फिर मौलाना को किसी ने हत्या कर लाश को लटका दिया?इन सवालों के जवाब तो पुलिस जांच से ही मिल पायेगा।मौत की खबर से वैशाली जिले में गम की लहर दौड़ गई है।
खबर मिलते ही तंजीम ऑल बिहार अइम्मा ए मसाजिद के सरबराह व पातेपुर प्रखंड के राजद के प्रखंड अध्यक्ष मकबूल अहमद शहबाज़पुरी अपनी टीम के साथ बिदुपुर स्टेशन बाज़ार स्थित जामा मस्जिद पहुंच कर हालात का जायजा लिया और स्थानीय लोगों से जानकारी हासिल की।उन्होंने इस मौत पर गम का इजहार किया है।