राकेश यादव:-बछवाड़ा, बेगूसराय सं:-
स्थानीय राजद नेताओं नें स्थानीय प्रशासन पर नियमों को ताक पर रख कर अनुश्रवण सह निगरानी समिति की बैठक करने का गंभीर आरोप लगाया है। राजद के प्रखंड अध्यक्ष सुनील कुमार यादव नें मंगलवार को प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए बताया कि सोमवार को प्रखंड मुख्यालय के सभागार में बाढ़ पुर्व तैयारियों को लेकर प्रखंड प्रशासन द्वारा आयोजित अनुश्रवण सह निगरानी समिति की बैठक में बड़े पैमाने पर नियमों की धज्जियां उड़ाई गई है।
आयोजित की गई बैठक में राजद सहित अन्य राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के तौर पर दलों के प्रखंड अध्यक्ष अथवा उपाध्यक्ष को नहीं बुलाया गया। जबकि नियमानुसार अनुश्रवण सह निगरानी समिति की बैठक में सभी विभागों के अधिकारी के साथ क्षेत्र में क्रियाशील सभी राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों को उपस्थित रहना अनिवार्य है। जबकि सभी पंचायतों के मुखिया अनुश्रवण समिति के पदेन सदस्य होंगे।
मगर प्रखंड प्रशासन द्वारा आयोजित अनुश्रवण सह निगरानी समिति की बैठक में एकाध को छोड़कर किसी भी राजनीतिक दलों के अध्यक्षों को बैठक की सूचना तक नहीं दी गई। बैठक में सीओ, बीडीओ व पंचायतों के मुखिया को बुलाया गया, और सभी राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों को नजरंदाज किया गया है। राजद प्रखंड प्रशासन के इस रवैए को तानाशाही क़रार दिया है। साथ हीं कहा कि प्रशासन का यह रवैया लोकतांत्रिक तरीकों के खिलाफ हैं।
बाढ़-सुखार सहित अन्य आपदाओं जैसे अहम मुद्दों पर राहत एवं बचाव कार्य को क्रियान्वित करने हेतु अनुश्रवण की बैठक करना अनिवार्य है। वहीं मुखियों व अधिकारियों की बैठक को अनुश्रवण की बैठक नाम दिया जाना बेईमानी प्रतीत होती है। मामले को लेकर अंचलाधिकारी नेहा कुमारी नें बताया कि नये अंचल कर्मियों कारण राजनीतिक दलों के अध्यक्षों का मोबाइल नंबर उपलब्ध नहीं है, आगामी बैठक में राजनीतिक दलों का ख्याल रखा जाएगा।