
मृत्युंजय कुमार, भगवानपुर (बेगूसराय)। लोक आस्था का चार दिवसीय महापर्व छठ पूजा छिटपुट घटनाओं को छोड़ कर शांतिपूर्ण संपन्न हो गया। छठघाटों पर सुरक्षा को लेकर पुलिस व युवाओं की टीम मुस्तैद दिखाई दी। नहाय-खाय से शुरू यह महापर्व रविवार को उदयगामी भगवान भास्कर को अर्घ्य देने के साथ संपन्न हुआ। इससे पूर्व शनिवार को अस्ताचलगामी भगवान भास्कर को अर्घ्य दिया गया। जबकि शुक्रवार को खरना और गुरुवार को नहाय खाय छठ व्रतियों ने किया था।
इस पर्व का नियम व निष्ठा से पालन छठ व्रतियों द्वारा किया जाता है। धार्मिक आस्था को अगर किनारे कर दें तो यह पर्व छूआछूत व जाति विभेद को मिटाने वाला है। इस पर्व में प्रयोग में लाए जाने वाला कोनिया व डाला तब के अछूत माने जाने वाले घर में तैयार किया जाता है। इसमेंं पकमान के अलावा सभी प्रकार के फल और अनेक प्रकार की सब्जियां प्रसाद के रूप में चढ़ाई जाती है। छठघाट वैसे तो नदी व तालाब के किनारे बनाए जाते हैं, लेकिन लोग सुविधा अनुसार घर के परिसर में भी गड्ढा खोद कर पानी भर तालाब बना कर भी पूजा करते हैं। हिन्दुओं के इस महान पर्व पर लोगों की आस्था देखते ही बन रही थी। तरह तरह के परिधानों में लोग सज संवर कर काफी उत्साहित नजर आए।
आमजन से लेकर राजनेता तक भगवान भास्कर को अर्घ्य देकर छठ मइया की आराधना कर मन्नत मांगी। वहीं भाजपा के राष्ट्रीय मंत्री सह विधान परिषद में सत्ताधारी दल के उप मुख्य सचेतक रजनीश कुमार ने अपने पैतृक गांव मेहदौली बलान नदी में उदयगामी भगवान भास्कर को अर्घ्य दिया। तो बीडीओ अजय कुमार, सीओ कुमार नलिनीकांत एवं थानाध्यक्ष दीपक कुमार ने संजात घाट में उदयगामी भगवान भास्कर को अर्घ्य देकर छठी मैया की आराधना कर मन्नत मांगी।