
चंदन कुमार, मुजफ्फरपुर:स्वतंत्रता दिवस पर इस साल तिरंगा बाजार की रौनक गायब है। कोरोना संक्रमण के कारण इस बार बाहर से तिरंगा नहीं आ सका है। वहीं, खादी भंडार में भी तिरंगा तैयार करने का काम प्रभावित हुआ है। तिरंगे की बक्रिी 50 फीसदी तक घट गई है। डिमांड नहीं होने से इस बार कम तिरंगे ही तैयार किये गये हैं। पिछले साल वाले स्टॉक को खपाया जा रहा है। खादी भंडार में हर साल दस हजार से अधिक तिरंगा झंडा तैयार किए जाते थे।
लेकिन इस बार पांच हजार तिरंगे ही तैयार हुए हैं। झंडा सिलने में के लिए पहले 10-15 दर्जी लगते थे। लेकिन इस बार मात्र तीन दर्जी से ही काम चल गया। वहीं, पहले के रखे 2-3 हजार स्टॉक की ही ब्रक्रिी हो रही है। डिमांड नहीं होने से इसकी बक्रिी अपने जिले भर में ही सिमट कर रह गयी है। ऐसे में कारोबार उतना नहीं हो सका। वही लॉकडाउन के कारण स्कूल-कॉलेज, कांचिंग बंद होने से बाजार में तिरंगे की मांग कम है। वे पुराने स्टॉक को बेचकर पूंजी निकाल रहे हैं।
फैन्सी आइटम के खरीदार नदारद:
अखाड़ाघाट रोड के तिरंगा वक्रिेता राजू कुमार ने बताया कि स्वतंत्रता दिवस को लेकर फैन्सी आइटम के खरीदार इस बार नदारद है। स्कूल- कॉलेज व कोचिंग संस्थान बंद होने से टोपी, हैंड बैंड, बैंच, पट्टी की मांग नहीं है। थोड़े-बहुत तिरंगा ही लोग खरीद रहे हैं।