जेसीबी से बांध की मिट्टी काट सड़क का फलेंक भराई कार्य को ग्रामीणों ने किया विरोध।जांच में पहुंचे एसडीओ ने जेई और संवेदक के कर्मियों को जमकर लगाई फटकार

खोदावंदपुर | जेसीबी के जरिये बांध से मिट्टी काटकर बांध पर बन रहे पक्की सड़क के फलेंक की भराई कार्य का स्थानीय ग्रामीणों ने विरोध किया।तथा आक्रोशित ग्रामीणों ने इसकी सूचना बाढ़ प्रमंडल रोसड़ा को दिया।ग्रामीणों की सूचना पर पहुंचे बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल रोसड़ा के सहायक अभियंता चंदशेखर आजाद ने जांचोंप्रान्त ग्रामीणों के विरोध को जायज ठहराया।साथ ही मौके पर मौजूद संवेदक के कर्मचारियों को खड़ी खोटी सुनाया तथा मोबाइल के जरिये कनीय अभियंता राम प्रवेश को जमकर फटकार लगाई।संवेदक के कर्मचारी और कनीय अभियंता को फटकार लगाते हुए श्री आजाद ने बांधो से मिट्टी काटे गए स्थल को अबिलम्ब पूर्वत बनाने का निर्देश दिया।साथ ही ठीकेदार के कर्मी व कनीय अभियंता को सख्त हिदायत दिया कि पुरे बाढ़ सीजन के दौरान बांधो से किसी भी परिस्थिति में मिट्टी कटाई का कार्य न करें।जहां तक फलेंक भरने की बात है तो बाहर से मिट्टी लाकर फलेंक की भराई करें।साथ ही कनीय अभियंता को हिदायत देते हुए कहा कि दोबारा अगर बांध से मिट्टी कटवाकर फलेंक भरने की शिकायत मिली तो आपके विरुद्ध प्राथिमिकी दर्ज कराई जयगी।
क्या है मामला ;
बूढ़ी गंडक नदी के बाएं तटबंध पर रोसड़ा पुल से लेकर फफौत पुल तक लगभग 13 किलोमीटर की लंबाई में करोड़ो रुपये की लागत से हरि कॉन्ट्रक्शन बेगुसराय के द्वारा पक्की सड़क का निर्माण कार्य किया जा रहा है।अबतक बांध पर रोड़ा पिचिंग का कार्य पूर्ण कर लिया गया है।फिलवक्त संवेदक द्वारा फलेंक में मिट्टी भराई का कार्य किया जा रहा है।ग्रामीणों का कहना है कि कॉन्ट्रक्शन के संवेदक कनीय अभियंता से मिलीभगत कर जेसीबी के जरिये बांध से ही मिट्टी काटकर बांध पर बन रही सड़क के फलेंक की भराई कर रहे हैं।ऊनलोगों ने बताया कि बाढ़ का समय है,नदी का जलस्तर खतरे की निशान से काफी उपर बह रहा है।बांध पर लगातार पानी का दबाब बढ़ता जा रहा है।इस परिस्थिति में बांध पर पानी का दबाब बढ़ता है तो निश्चित तौर पर बांध टूटने से नही रोका जा सकता है।स्थानीय लोगो ने बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल रोसड़ा के सहायक अभियंता से आक्रोश जताते हुए कहा कि इस विकट प्रस्थित को नजर अंदाज करते हुए ठीकेदार और कनीय अभियंता द्वारा अपना जेब गर्म करने के लिए बांध को कमजोड़ किया जा रहा है।
रेंकटर भरने में भी खानापूर्ति ;
ग्रामीणों के साथ मौके पर मौजूद सहकारिता कॉपरेटिव सेल के प्रदेश महासचिव सह खोदावंदपुर व्यापारमंडल अध्यक्ष अवनीश कुमार वर्मा ने आरोप लगाया कि रेंनकटर भरने में भी कनीय अभियंता के सहयोग से ठीकेदार द्वारा भारी कोताही बरती जा रही है।उन्होंने कहा कि रेंनकटर भरने के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की जा रही है।सहायक अभियंता बाढ़ प्रमंडल रोसड़ा से शिकायत करते हुए श्री वर्मा ने कहा कि बांध पर बन रहे सड़क निर्माण में लगे जेसीबी का उपयोग रेंनकटर भरने में किया जाता है।जबकि रेंनकटर भरने में मिट्टी भरी बोरी का उपयोग करना है।उन्होंने एसडीओ से कहा कि बांधो पर जगह जगह सुरंग बना है।जिसे भरने में भी जेसीबी मशीन का ही प्रयोग किया जाता है।जिस कारणवश सुरंग बाहर से तो बंद हो जाता है,लेकिन अंदर सुराग बना ही रहता है।पानी का दबाब ज्यो ही उस सुरंग के पास पहुंचेगा,तो सुरंग के द्वारा पानी बहने से रोका नही जा सकता।यही अगर मिट्टी भरा बोरा से सुरंग के गैप को भरा जायगा तो ऐसी परिस्थिति से बचा जा सकता सकता है।फिलवक्त जिसतरह से बांध पर रेंनकटर भरने का कार्य किया जा रहा है वो खतरे से खाली नही है।ग्रामीणों के साथ श्री वर्मा ने जिला प्रशासन से मांग किया है कि बांध पर मिट्टी भराई और सड़क निर्माण में हुए घोटाले का जांच किया जाय।तथा बांध से मिट्टी काटकर फलेंक भराई करने वाले ठीकेदार के विरुद्ध कड़ी कारवाई किया जाय।