प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सहदेई बुजुर्ग की कार्यप्रणाली नही ले रहा सुधरने का नाम

रिपोर्ट-अमित कुमार, सहदेई बुजुर्ग। कोरोना वायरस के संक्रमण काल में भी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सहदेई बुजुर्ग की कार्यप्रणाली सुधरने का नाम नहीं ले रही है। इस संक्रमण काल में भी सहदेई बुजुर्ग प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी और स्वास्थ्य प्रबंधक रात में अस्पताल छोड़कर फरार रहते है।
एक ओर पूरा स्वास्थ्य महकमा आकस्मिक मोड में काम कर रही है। वही यहां सब कुछ आज भी पुराने सिस्टम पर ही चल रहा है। आज भी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सहदेई बुजुर्ग में रोस्टर के हिसाब से ही दिन में एक डॉक्टर ही अस्पताल में मिलते हैं। यही स्थिति रात की भी है। हद तो यह है कि रात में प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी भी अस्पताल में नहीं रुकते इनके साथ अस्पताल के स्वास्थ्य प्रबंधक भी अस्पताल में रुकना मुनासिब नहीं समझते हैं।
प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी और स्वास्थ्य प्रबंधक दोनों ही रात्रि में पटना हाजीपुर अपने घरों के लिए प्रस्थान कर जाते हैं। यहां कार्यरत सभी डॉक्टर सरकार से आवास भत्ता के नाम पर रकम तो जरूर लेते हैं लेकिन यहां कार्यरत कोई भी डॉक्टर का आवास प्रखंड में कहीं नहीं है। सभी केवल कागजी खानापूर्ति कर ही आवास भत्ता ले रहे हैं।
बुधवार की रात्रि में जब मीडिया टीम के द्वारा पड़ताल किया तब अस्पताल में एक आयुष चिकित्सक, ममता कार्यकर्ता और एक कर्मी के अलावा और कोई अस्पताल में नहीं था।
इस संबंध में पूछे जाने पर स्वास्थ्य प्रबंधक अजय कुमार दुबे ने कहा कि वह बड़े अधिकारियों के खिलाफ कुछ नहीं बोलेंगे। वहीं प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉक्टर सुनील केसरी ने कहा कि वह लगातार अस्पताल में कार्य कर रहे हैं और बाहर से आए हुए लोगों के स्वास्थ्य जांच का काम भी लगातार हो रहा है।उन्होंने कहा कि अस्पताल में रोस्टर के हिसाब से डॉक्टर ड्यूटी कर रहे हैं।