
न्यूज़ डेस्क, वैशाली। प्रखंड परिसर में बीते मंगलवार को मनरेगा कर्मी को मुखिया प्रतिनिधि एवं उनके समर्थकों के साथ हुई मारपीट के मामले में मनरेगा कर्मी के समर्थन में प्रमुख के साथ सभी पंचायत समिति सदस्यों की आपात बैठक बुलाई गई। बैठक में समिति सदस्यों ने पंचायत के मुखिया पर आरोप लगाया कि मुखिया प्रतिनिधियों की दबंगई काफी बढ़ गई है।
पंचायती राज के प्रतिनिधि तथा समिति सदस्यों को कोई तरजीह नहीं दिया जाता है। उनको मनरेगा के योजनाओं पर कार्य करने में बाधा पहुँचाया जाता है जबकि नियमानुसार पंचायती राज संस्था के सभी अंगों को कार्य क्रियान्वयन का अधिकार है। योजनाओं पर एकाधिकार को लेकर ही मुखिया प्रतिनिधि समय समय पर हंगामा और मारपीट करते हैं।
मंगलवार को हुई इस मारपीट की घटना भी इसी कड़ी का एक हिस्सा है। बैठक में उप प्रमुख रूबी सिंह, सीमा देवी, गायत्री देवी, देवनाथ राय, अनिल कुमार सिंह, देवनाथ सिह सहीत सभी समिति सदस्य मौजूद थे।
उपयुक्त विषय के संबंध में एक पत्र के माध्यम से जिलाधिकारी को अवगत कराया कि बिदूपुर में मुखिया और मुखिया प्रतिनिधियों का दबंगई प्रवृत्ति काफी बढ़ती जा रही है आए दिन सरकारी कर्मचारी पर जोर जबरदस्ती की जाती है। मनमाने तरीके से कार्य को करवाने के लिए इनके द्वारा कर्मचारियों को डराया भी जाता है।इनके द्वारा पंचायती राज्य के पंचायत समिति का भी कोई तरजीह नहीं दिया जाता है और पंचायत समिति को पंचायत स्तर पर कोई कार्य करने नहीं दिया जाता है। हम सभी पंचायत समिति सदस्य मनरेगा कर्मियों के साथ मारपीट की घोर निंदा करते हैं और अभिलंब दोषियों की जांच कर कार्रवाई करने की मांग करते हैं।