
मृत्युंजय कुमार, भगवानपुर ( बेगूसराय ) प्रखंड क्षेत्र के उत्क्रमित मध्य विद्यालय चकसदाद के बगल में मुर्गी फॉर्म खोल दिये जाने के कारण विद्यालय के बच्चों व शिक्षकों को दुर्गंध के कारण पठन पाठन प्रभावित हो रहा है। दुर्गंध के कारण शिक्षक – शिक्षिका एवं विद्यालय के बच्चे नाक पर रुमाल रखकर किसी तरह पढ़ रहे हैं। वहाँ रसोइया से लेकर बच्चे तक दुर्गंध से प्रभावित हो रहे हैं। उक्त विद्यालय में 508 बच्चे नामांकित हैं व 14 शिक्षक व शिक्षिकाएं कार्यरत हैं। वहीँ पर रामाशीष सहनी के द्वारा विद्यालय परिसर के बगल में मुर्गी फॉर्म खोला गया है। मुर्गी के चारा व विष्ठा के दुर्गंध से बच्चों का स्वास्थ्य भी प्रभावित हो सकता है लेकिन इसकी सुधी न तो जन प्रतिनिधि और ना ही पदाधिकारी ले रहे हैं। जब महामारी का रूप धारण कर लेगा, तब घड़ियाली आँसू बहाने लोग आएंगे।
एक तरफ सरकार स्वच्छता पर बल दे रही है लेकिन दूसरी ओर विद्यालय परिसर के बगल में स्थित मुर्गी फॉर्म को देखने वाला कोई नहीं है। इस संबंध में विद्यालय के प्रधानाध्यापिका डेजी कुमारी सहित अन्य शिक्षिकाओं द्वारा प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी सुनील कुमार राय को एक लिखित आवेदन देकर उक्त मुर्गी फार्म संचालक पर तुरंत ही कार्रवाई करने की मांग की है। उक्त आवेदन में विद्यालय के सभी शिक्षिकाएं लक्ष्मी, बिंदु, आरती, पूनम, अनामिका एवं विजेता कुमारी ने अपनी सहमति देते हुए हस्ताक्षर किया है।