राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ ने सहदेई बुजुर्ग बीआरसी पर सरकार के विरुद्ध नारेबाजी करते हुये नई सेवाशर्त की प्रति जलाया

सहदेई बुजुर्ग- बिहार सरकार के मंत्रिमंडल द्वारा बिहार पंचायती राज संस्थानों एवं नगर निकाय के शिक्षकों की सेवाशर्त सहित वेतन वृद्धि आदि के निर्णय के विरोध में राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ ने सहदेई बुजुर्ग बीआरसी पर नई सेवाशर्त की प्रति जलाया।
राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के प्रखंड अध्यक्ष डॉ प्रमोद कुमार के नेतृत्व में महासंघ से जुड़े शिक्षकों ने राज्य सरकार के विरुद्ध जमकर नारेबाजी करते हुय नई सेवाशर्त की प्रति जलाकर विरोध जताया।प्रखंड अध्यक्ष डॉ प्रमोद कुमार ने कहा कि बिहार सरकार का सेवाशर्त शिक्षको के साथ धोखा है।समान काम समान वेतन के मुद्दे पर शिक्षकों का आंदोलन चला था और सरकार ने आश्वासन दिया था कि उनके साथ सम्मान जनक व्यवहार किया जाएगा।
वही कहा कि वितीय बातों को छोड़कर सरकार नियमित शिक्षको की तरह सभी प्रकार का लाभ दे सकती थी।लेकिन ऐसा नही किया गया।जो यह दर्शाता है कि राज्य सरकार नियोजित शिक्षकों के प्रति दुर्भावना से ग्रसित है और वह विधालय के माहौल को मैत्रीपूर्ण बनाकर पठन पाठन को सुचारू रूप से चलाने के प्रति गम्भीर नही है।कहा कि 15% के वेतन वृद्धि कर सरकार ने जता दिया है की वह शिक्षकों के साथ अपने व्यवहार में किसी प्रकार का बदलाव नहीं किया है।अर्जित अवकाश 300 दिन की जगह 120 दिन देना एवं पुरुष नियोजित शिक्षकों को म्युचुअल ट्रांसफर की बात करना भी धोखा है।कहा कि कम से कम 300 दिनों का अर्जित अवकाश देय होना चाहिये था।महिला शिक्षकों की ही तरह पुरुष शिक्षकों को भी स्थानांतरण का लाभ मिलना चाहिये।क्योंकि माध्यमिक विद्यालयों में विषय से सम्बंधित शिक्षको का म्युचुअल ट्रांसफर सम्भव ही नही होगा।कहा कि एसीपी का लाभ भी नही दिया गया।
इस कार्यक्रम में महासंघ के प्रदेश मीडिया प्रभारी ज्ञानेंद्र नाथ सिंह,प्रखंड महामंत्री सुधांशूचन्द्र सुधाकर,सुभाष कुमार,नंदन कुमार चन्दन,सुशिल कुमार,कुशवाहा कुमार पूर्णेन्दु,धर्मनाथ महतो,संजय कुमार नवीन कुमार सिंह,अनिल कुमार चौधरी,सुनील कुमार,सन्तोष कुमार सिंह,अरविंद कुमार,सभय कुमार सिंह,सुजीत कुमार आदि उपस्थित रहे।