
रिपोर्ट: चंदन कुमार, मुजफ्फरपुर। कोरोना वायरस को लेकर पूरे देश में लॉकडाउन चल रहा है सरकार लगातार लॉकडाउन की अवधियां बढ़ाती जा रही है ताकि आम जनता इस भारत से वायरस से बच सकें। वहीं राज्य सरकार भी केंद्र सरकार के कथनानुसार कार्य कर रही है और लॉकडाउन लगाई हुई है। इसी बीच राज्य द्वारा अपने प्रवासी मजदूरों को वापस लाने हेतु व्यवस्था की गई और उस व्यवस्था में प्रवासी मजदूरों को किसी प्रकार की कोई समस्या ना हो इसके लिए पूर्ण उपाय भी किया जा रहा है और स्थानीय पदाधिकारी को दिशा निर्देश भी दिया गया।
इसके बावजूद कुछ जगहों पर सही व्यवस्था ना कर सरकार के निर्देशों का पालन नहीं किया जा रहा है। सरकार और स्थानीय प्रशासन लगातार सोशल डिस्टेंसिंग को बनाए रखने की दलीलें देता है लेकिन इसी बीच मुजफ्फरपुर स्टेशन के बाहर सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ाते हुए स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहा है। एक तरफ़ आम जनजीवन में बस के ऊपर यात्रा करना अपराध माना जाता है लेकिन इस महामारी के समय में आप स्पष्ट रूप से देख सकते हैं कि प्रवासी मजदूरों को बस के अंदर और बस के ऊपर भी बैठाया जा रहा है। साथ ही साथ मजदूरों को बस में और बस के ऊपर बैठाकर सोशल डिस्टेंसिंग कि धज्जियां भी उड़ाई जा रही है।
इस सोशल डिस्नटेसिंग को लेकर भारत सरकार ने लॉकडाउन लगाकर रखा है। जिसके कारण देश की अर्थव्यवस्था भी चरमरा रहा है फिर भी सरकार ने लोगों को सुरक्षित रखने के लिए लॉकडाउन की अवधि लगातार बढ़ाते आ रही है परन्तु उनके आला अधिकारियों के नीचे के पदाधिकारी को इसका जरा भी खयाल नही है जो सरकार के विरुद्ध कार्य को दिखाता है।