
रिपोर्ट: शाहनवाज अता, चुनाव डेस्क, वैशाली। हाजीपुर लोकसभा क्षेत्र का चुनाव अब चुनौतीपूर्ण होने वाला है। एनडीए, महागठबंधन, लालू-राबड़ी मोर्चा के उम्मीदवार की घोषणा के बाद राष्ट्रीय समान अधिकार संघर्ष समिति के समर्थन में निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर प्रेम शंकर पासवान भी चुनाव मैदान में आने का एलान कर दिये हैं। ये वही प्रेम शंकर पासवान हैं जो लोजपा सुप्रीमों राम विलास पासवान के साथ जवानी से लेकर अब तक साथ रहे। लोजपा पार्टी के फाउंडर मेंबर भी रहे। आज राम विलास पासवान के भाई पशुपति पारस के विरोध में चुनाव लड़ने का एलान किया है जिनका समर्थन करते हुए राष्ट्रीय समान अधिकार संघर्ष समिति के नेता ई. रविन्द्र सिंह ने कहा कि हाजीपुर का बेटा ही अब हाजीपुर का सांसद बनेगा।
परिवारवाद की राजनीति करने वाले राम विलास पासवान को यहां की जनता अब सबक सिखाने को तैयार है। वहीं प्रेम शंकर पासवान ने कहा कि 1977से रामविलास पासवान के साथ काम किया। सुख दुःख का साथी रहा और जब चुनाव का वक्त आया तो परिवार के लोगों को टिकट दे दिया।अब पासवान का समय खत्म हो गया।हाजीपुर की धरती हाजीपुर के लाल को ही सांसद बनाना चाहती है। जनता के आशीर्वाद से हम जरूर जीतेंगे।वैसे हाजीपुर लोकसभा में चुनावी माहौल बन गई है और उम्मीदवारी का ताल कई लोग ठोंकने को तैयार हैं। नामांकन प्रक्रिया अभी शुरू नहीं हुई है।