
चुनाव डेस्क, वैशाली। रिपोर्ट : मो. शाहनवाज अता : वैशाली में इस बार का चुनावी मुकाबला बहुत जबरदस्त होने वाला है। पक्ष और विपक्ष में जो उम्मीदवार होंगे वे बहुत ही खास होंगे। मुकाबला भी काफी दिलचस्प होगा। जब आमने-सामने गुरू और चेला होंगे। दरअसल इस बार के चुनाव में वैशाली लोकसभा क्षेत्र में काफी जबरदस्त मुकाबला होने की संभावना है।
इस चुनाव में राजनीतिक गुरू और चेला आमने-सामने होने वाले है। एक ओर जहाँ एनडीए की ओर से लोजपा प्रत्याशी के रुप में पूर्व विधायक वीणा देवी जो जदयू विधान पार्षद दिनेश सिंह की पत्नी हैं चुनाव मैदान में हैं वहीं महागठबंधन की ओर से राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुवंश प्रसाद सिंह की ही उम्मीदवारी की पूरी संभावना है। आपको याद होगा एनडीए प्रत्याशी वीणा देवी के पति दिनेश सिंह की पहचान कभी रघुवंश प्रसाद सिंह के राजनीतिक शिष्य के रूप मे थी। दिनेश सिंह कभी रघुवंश प्रसाद सिंह के चुनाव की कमान संभालते थे। दोनों में निकटता इतनी थी कि रघुवंश प्रसाद सिंह मुजफ्फरपुर में दिनेश सिंह के मकान में ही रहकर वैशाली की राजनीति करते थे। लेकिन इसबार रघुवंश प्रसाद सिंह के चेला ही उन्हें मैदान में चुनौती देंगे।
रामा सिंह को बेटिकट कर वीणा देवी चुनावी मैदान में है। 2014 लोकसभा चुनाव में राजद के वरिष्ठ नेता रघुवंश प्रसाद सिंह को लोजपा उम्मीदवार से हार का सामना करना पड़ा था। वैशाली से 5 बार सांसद चुने गए रघुवंश प्रसाद सिंह को मोदी लहर में लोजपा प्रत्याशी रामा सिंह ने शिकस्त दी थी। इस बार लोजपा ने वैशाली के वर्तमान सांसद रामा सिंह का टिकट काटकर दिनेश सिंह की पत्नी को उम्मीदवार बनाया है। पिछले लोकसभा चुनाव की बात करें तो 2014 में वैशाली से रघुवंश प्रसाद सिंह को दो-दो बाहुबलियों का सामना करना पड़ा था। लोजपा से बाहुबली रामा सिंह और मुन्ना शुक्ला की पत्नी अनु शुक्ला से उनका सामना हुआ था। दंगल में लोजपा प्रत्याशी ने रामा सिंह ने बाजी मारी थी। वहीं रघुवंश प्रसाद सिंह दूसरे और मुन्ना शुक्ला की पत्नी अनु शुक्ला तीसरे नंबर पर रही थीं।
गौरतलब है कि आजादी के बाद इस सीट से लगातार 5 बार कांग्रेस ने जीत दर्ज किए थे। वहीं 1994 के उपचुनाव में बाहुबली आनंद मोहन की पत्नी लवली आनंद ने जीत हासिल की थी।