शिक्षक अभ्यर्थियों ने किया महाआंदोलन का आगाज,सरकार पर जमकर बरसे
पटना
तारीख पर तारीख….यह एक फिल्म का डायलॉग है लेकिन वर्तमान में बिहार के शिक्षक अभ्यर्थियों पर सटीक बैठ रही है।बीते तीन वर्षों बिहार में 94000 शिक्षक भर्ती की प्रक्रिया चल रही है लेकिन अभितक शिक्षक अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र नहीं मिला।न जाने कितने तारीख बीत गए,कितने अभ्यर्थी दुनिया को अलविदा कह गए फिर भी सरकार ने समय पर नियुक्ति नहीं की।अभ्यर्थियों ने समय – समय पर सरकार एवं शिक्षा मंत्री से नियुक्ति की मांग की लेकिन शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी के तरफ से सिर्फ झूठा आश्वासन मिला।कभी स्वतंत्रता दिवस के नाम पर तो कभी दीपावली के नाम मंत्री जी ने जमकर झूट बोला।अंत में बिहार के तमाम शिक्षक अभ्यर्थी को पुन: आंदोलन के लिए बाध्य होना पड़ा।
सोमवार को अक्रोषित शिक्षक अभ्यर्थियों ने पाटलिपुत्र की ऐतिहासिक धरती गर्दनीबाग में आंदोलन का आगाज किया।जिसमें बिहार के तमाम जिले से अभ्यर्थी धरना स्थल पर पहुंचे।जहां पर शिक्षक अभ्यर्थी सरकार पर जमकर बरसे।बिहार टीईटी/एसटीईटी उत्तीर्ण मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद सिंह न कहा की सरकार नियुक्ति पत्र देने के नाम पर तीन वर्षों से हमसब को ठगने का काम किया है।बिहार के स्कूलों में शिक्षकों का घोर अभाव है फिर भी सरकार समय पर नियुक्ति नहीं कर रही है।बता दे की बिहार में कभी विदेशों से भी लोग शिक्षा ग्रहण करने आया करते थे।लेकिन आज यहां की स्थिति ऐसी हो गई है की यहां की बच्चें ही पढ़ने के लिए मोहताज है।जिसका सबसे बड़ा कारण है स्कूलों में शिक्षकों का न होना।सोमवार को शिक्षक अभ्यर्थियों द्वारा नीतीश कुमार नियुक्ति करो… नारा से पूरा गर्दनीबाग गूंज रहा था। कई अभ्यर्थियों ने अपनी पीड़ा व्यक्त करते हुए भावुक हो गए तो कइयों ने दुनिया से अलविदा कह गए साथियों को याद करके रो पड़े।एक अभ्यर्थी ने कहा की हम कर्ज लेकर शिक्षक प्रशिक्षण प्राप्त किए सोचे की जब शिक्षक बन जाएंगे तो कर्जदार को पैसा लौटा देंगे लेकिन तीन वर्षों से नियुक्ति की आस में अभितक नियुक्ति भी नहीं हुआ और कर्ज भी बढ़ गए,जिससे मन टूट सा गया है।ऐसे कितने अभ्यर्थियों ने अपने पीड़ा को व्यक्त किए।महिला शिक्षक अभ्यर्थियों ने भी बड़ी संख्या में इस आंदोलन में भाग ली।कई महिला अभ्यर्थी अपने छोटे बच्चे को गोद में लेकर आंदोलन में भाग ली।राजनीतिक पार्टी के नेताओं ने भी अभ्यर्थियों से मुलाकात की।आंदोलन के पूर्व रविवार की रात नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने शिक्षक अभ्यर्थियों से मुलाकात किए।आंदोलन के दिन भाकपा माले के विधायक मनोज मंजिल शिक्षक अभ्यर्थियों के साथ सड़क पर धरने पर बैठ गए और जमकर सरकार पर बरसे। उन्होने कहा की जब तक शिक्षक अभ्यर्थियों की नियुक्ति नहीं हो जाती तब तक हम इनके साथ है।राजद के प्रदेश प्रवक्ता चितरंजन गगन भी धरनास्थल पर पहुंचे।उन्होंने कहा कि शिक्षा मंत्री जी अभ्यर्थियों को गुमराह कर रहे हैं,अब उनकी विश्वसनीयता समाप्त हो चुकी है। उन्होंने विधानमंडल के दोनों सदनो में घोषणा किया था कि शिक्षकों की बहाली शीघ्र कर दी जायेगी।नवनियुक्त शिक्षक 15 अगस्त को विधालय में झंडोतोलन करेंगे फिर दीपावली के पहले मिठाई खायेंगे का वादा भी किया था!लेकिन दोनों त्योहार बीत गए इसके बाबजूद भी नियुक्ति पत्र नहीं मिला।अभ्यर्थियों ने कहा कि जब तक सरकार के द्वारा नियुक्ति पत्र नहीं मिल जाती तबतक आंदोलन जारी रहेगी।
रिपोर्ट:शिवम प्रियदर्शी