युद्ध से पहले
शांति का प्रस्ताव होना चाहिए।
मरने से पहले
जीवन का एहसास होना चाहिए।
नफरत से पहले
मोहब्बत का इजहार होना चाहिए।
छोड़ने से पहले
मिलने का गुनाह होना चाहिए।
इश्क करने से पहले
थोड़ी आवारगी होनी चाहिए।
जुड़ने से पहले
टूटने का एहसास होना चाहिए।
झुकने से पहले
अपने आत्मसम्मान का एहसास होना चाहिए।
मिट्टी से खेलने से पहले
मिट्टी में मिलने का इंतजार होना चाहिए।
मौलिकता प्रमाण पत्र
मेरे द्वारा भेजी रचना मौलिक तथा स्वयं रचित है जो कहीं से भी कॉपी पेस्ट नहीं है।
राजीव डोगरा ‘विमल’
युवा कवि एवं लेखक
(भाषा अध्यापक)
गवर्नमेंट हाई स्कूल ठाकुरद्वारा,
कांगड़ा, हिमाचल प्रदेश।
नोट: इस रचना को कलमकार ने स्वरचित एवं मौलिक बताया है और वाणीश्री न्यूज पर पोस्ट करने हेतु प्रस्तुत किया है। इस पोस्ट में रचनाकार ने अपने व्यक्तिगत विचार प्रकट किए हैं। पोस्ट में पाई गई कोई चूक या त्रुटियां रचनाकार की है और वाणीश्री न्यूज उसके लिए किसी तरह का जिम्मेदार नहीं है।