वाणीश्री न्यूज़। रिपोर्ट: विजय कुमार,पातेपुर। गत वर्ष कोरोना की पहली लहर के दौरान बड़ी संख्या में देश के कई प्रांतों से घर लौटे प्रवासी मजदूरों के लिए सरकार ने कवारेंटाइन करने की व्यवस्था की थी। प्रखंड लेवल पर सीओ ने स्थानीय लोगों का सहयोग लेकर सेंटर संचालित किया। एक साल बीत जाने के बाद भी सेंटर चलाने वाले ठेकेदारों को भुगतान नहीं मिल पाया है।
पातेपुर में ठेकेदारों का करीब 02 करोड़ बकाया
कवारेंटाइन सेंटर चलाकर भुगतान के लिए एक साल से अंचल कार्यालय की परिक्रमा कर रहे ठेकेदारों के दावा है कि सीओ ने आंशिक भुगतान ही किया। उनलोगों ने किराए पर जेनरेटर, टेंट, पानी, फर्नीचर, सीसीटीवी कैमरा व संक्रमित प्रवासियों के खाने-पीने व अन्य सारी व्यवस्था की थी। वे लोग तकादा कर रहे है। तकादा से बचने के लिए कइयों ने घर छोड़ रखा है। उनकी गालियां सहनी पड़ रही है।
चरणबद्ध आंदोलन की घोषणा
पातेपुर के सेंटर संचालकों ने भुगतान की मांग को लेकर चरणबद्ध आंदोलन की घोषणा कर दी है। आंदोलन का पहला चरण मंगलवार को पांचदिवसीय अनवरत चौबीस घण्टे धरना से शुरू हुआ। धरना पर बैठे राजेश्वर कुमार राजू, पंकज कुमार, नरेश राय, अनिल कुमार राय, दिवेश कुमार, अवधेश प्रसाद राय, सुबोध गावस्कर, लक्ष्मण राय, गौतम कुमार, एडहॉक कुमार, वसंत कुमार सिंह, लक्ष्णदेव सहनी आदि ने बताया कि एक सप्ताह के अंदर भुगतान नहीं हुआ तो अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल व जरूरत पड़ी तो सामूहिक रूप से आत्मदाह किया जाएगा।