वाणी श्री न्यूज़, वैशाली। रिपोर्ट: कौशल किशोर सिंह। वैशाली जिले के हाजीपुर एसडीआरएफ टीम के कंपनी कमांडर, इंस्पेक्टर गणेश जी ओझा शुक्रवार को जी. ए. इंटर कॉलेज हाजीपुर में पांच सौ बच्चे और बच्चियों को, बाढ़, भूकंप, सर्पदंश, आग और ठनका से बचने और बचाने का उपाय सिखाया।

इंस्पेक्टर गणेश जी ओझा ने बताया कि बाढ़ के प्रभाव और बाढ़ का नुकसान का आंकलन करना मुश्किल होता है, क्योंकि इतनी बर्बादी होती है कि हम उसे गिन नहीं सकते हैं, बाढ़ के मुख्य कारण मनुष्य के डूबने से लेकर के इंफेक्शन होने का चांस बहुत ज्यादा होता है। जब कोई मनुष्य को तैरना न आता है और वह बाढ़ के पानी में जाता है तो डूब जाता है।

उसे बाढ़ के पानी से दूर ही रहना चाहिए। जो तैरना जानता है लेकिन पानी के बहाव अगर तेज है तो उसका भी जान मुश्किल से बचता है। बाढ़ आने पर खाने की एक विकट समस्या होती है। क्योंकि ऐसी समस्या पर खाना पकाना और सामग्री को इकट्ठा करना बहुत ही मुश्किल होता है। पीने का पानी मिलना मुश्किल होता है, क्योंकि अपने देश में अभी भी चांपा कल का प्रयोग करते हैं।

हम लोग जो बाढ़ का पानी चापाकल के पास आ जाता है तो पानी दूषित हो जाता है, जो पीने के योग्य नहीं होता है, सांप और बिच्छू भी ऊंचे जगह पर आ जाते हैं जो मनुष्य को जान का खतरा बना रहता है और दंस भी कर देता हैं। बाढ़ से सदा सतर्क रहना चाहिए, और बच्चे को नदी के किराना नहीं जाने देना चाहिए, साथ ही साथ प्रशासन यहां प्रेस समाचार पत्रों पर ही ध्यान देना चाहिए, अफवाहों में नहीं पड़ना चाहिए।

कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए स्काउट गाइड के इंचार्ज श्री ऋतुराज कुमार, डिफेंस सिविल के इंचार्ज श्री सरवन कुमार एसडीआरएफ के सहयोगी कार्मिक सिपाही वरुण कुमार तिवारी, सिपाही मनोज कुमार पाल, सिपाही राधेश्याम सिपाही कपिल देव कुमार इत्यादि कार्मिक शामिल रहे।

Google search engine
Previous articleबिदुपुर के चकजैनव आंगनबाड़ी केंद्र पर पोषण अभियान के अंतर्गत गोद भराई रस्म की हुई अदायगी
Next articleनये डीईओ से बिहार राज्य प्रारंभिक शिक्षक संघ की टीम ने की मुलाकात, दी बधाई