प्लूरल्स पार्टी के अध्यक्ष पुष्पम प्रिया चौधरी ने भी किया पक्ष – विपक्ष से सवाल,कहा इस सत्र में वेतन का प्रावधान कर एक जनवरी से शिक्षकों की नियुक्ति करे

राजेंद्र प्रसाद सिंह के अध्यक्षता में हुई महाआंदोलन की शुरुआत

पटना | शिवम प्रियदर्शी

भारत ही ऐसा देश है जहां पर खाने से लेकर नौकरी पाने तक के लिए आंदोलन का सहारा लेना पड़ता है।सत्ता पर बैठे नेता पैर पकड़ वोट तो ले लेते है लेकिन जब जनता अपना अधिकार मांगने जाती है तो पैर दिखाते है।अजीब विडंबना है हमारे देश की! ऐसे सत्ताधीशों पर लानत है जो जनता के दुख – दर्द को नहीं समझती।कुछ ऐसा ही हो रहा है बिहार के शिक्षक अभ्यर्थियों के साथ,सोमवार से 94 हजार शिक्षकों की भर्ती पूर्ण करने को लेकर अभ्यर्थियों ने माहआंदोलन की शुरुआत की।जिसके शुरुआती दिन अभ्यर्थियों को रात खुली आसमान के नीचे ही बितानी पड़ी।जिससे कुछ अभ्यर्थी बीमार हो गए तो कई महिला अभ्यर्थी अपने छोटे – छोटे बच्चे को लेकर आश्रय की तलाश में थी।फिर भी सरकार के तरफ से न तो कोई देखने आया और न ही अधिकारियों के तरफ से कोई लिखित आदेश मिला।सरकार इस कदर बेखबर हो गई है जैसे इनको सत्ता अपने घर से मिली हो।दिन -, प्रतिदिन अभ्यर्थियों पर अत्याचार बढ़ता जा रहा है,जिससे वे टूट चुके है और कह रहे है नियुक्ति पत्र नहीं मिला तो यही पर मर जाएंगे।शिक्षक अभ्यर्थियों के दर्द को देखते हुए मंगलवार को प्लूरल्स पार्टी के अध्यक्ष पुष्पम प्रिया चौधरी ट्वीट द्वारा पक्ष और विपक्ष दोनों से सवाल किए।उन्होंने कहा कि मैने बजट के समय ही कहा था इस वित्तीय वर्ष यह शिक्षक नियुक्ति नहीं करेंगे। तब पक्ष – विपक्ष के 243 विधायक सोए हुए थे।हम सदन में नहीं है पर जो है वे बाहर क्यू,सदन में शिक्षकों को न्याय दिलाए न।साथ ही उन्होंने कहा की इस सत्र वेतन का प्रावधान करे और एक जनवरी 2022 से नियुक्ति दे।इसके साथ विभिन्न राजनीतिक पार्टियों के नेता अभी अभ्यर्थियों के साथ दिखे।

महाआंदोलन के दूसरे दिन भी शिक्षक अभ्यर्थी गर्दानीबाग में डंटे रहे।महाआंदोलन की शुरुआत राजेंद्र प्रसाद सिंह के अध्यक्षता में शुरू हुई।बिहार के हर जिले से आए अभ्यर्थी भी डंटे रहे।धरना स्थल पर बैठे शिक्षक अभ्यर्थी सौरव कुमार ने कहा की शिक्षा मंत्री विधानसभा में कहते है की हम शिक्षकों की बहाली करना तो चाहते है लेकिन समय और तारीख नहीं बताते है | ज़ब तक शिक्षा मंत्री नियुक्ति पत्र का शेड्यूल जारी नहीं करते है तब तक हमलोगों का महाआंदोलन जारी रहेगा।शिक्षक अभ्यर्थी रौशन झा, प्रीतीमाला, सतीश कुमार , सुनील कुमार जैसे सैकड़ो अभ्यर्थी लगातार धरनास्थल पर डंटे हुए है |जहां दूसरे दिन भी अभ्यर्थियों के नारों से गर्दनीबाग गूंज रहा था।शिक्षक अभ्यर्थियों ने सरकार को जगाने के लिए कैंडल मार्च भी किया | मालूम हो की 94 हजार शिक्षकों के नियोजन में अब तक 38000 अभ्यर्थी का चयन जुलाई और अगस्त में दो फेज की काउंसलिंग में किया गया और सभी अभ्यर्थी को उम्मीद थी की नियुक्ति पत्र उसे अब शीघ्र मिल जायेगा।लेकिन अभी तक न तो बचे हुए सीटों पर काउंसलिंग शुरू हुई और न ही चयनित अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र दिया गया।अभ्यर्थियों का कहना है कि इस बार जब तक नियुक्ति पत्र देने का लिखित आदेश नहीं मिला जाता तब तक आंदोलन जारी रहेगा।

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