- मथुरा गाँव में चल रहा कम्पनी का काम यास तूफान की वजह से बुरी तरह से प्रभावित हुआ है और कम्पनी के निर्माणाधीन कल्वर्ट के दोनों तरफ कम से कम तीन फीट पानी भरा हुआ है। मेजर ब्रिज -1 का पूरा काम घाघरा नदी में पानी आने की वजह से एप्रोच रोड का पूरा रास्ता कट जाने की वजह से बंद हो गया है। मेजर ब्रिज के एप्रोच रोड का रास्ता कम्पनी द्वारा 40-50 पाइप डालकर बनाया गया था जिसे ग्रामीणों के विरोध के कारण काटना पड़ा है।
हारपुर गाँव के पास सड़क के दोनों तरफ ढाई से तीन फीट तक पानी दूर दूर तक फैला हुआ है। खानपुर पकड़ी गाँव में पड़ने वाले वायाडक्ट और अंडरपास का काम भी रोड के दोनों तरफ ढाई से तीन फीट तक पानी भर जाने की वजह से बंद हो गया है।
कल्याणपुर स्थित रेलवे क्रासिंग के समीप निर्माणाधीन आर ओ बी का काम भी साइट पर दोनों तरफ तीन से चार फीट पानी भर जाने की वजह से बन्द हो गया है। खापुरा स्थित कैम्प जलमग्न हो गया है और यहाँ से कल्याणपुर गाँव जाने का रास्ता बन्द हो गया है। कल्याणपुर में स्थित मेजर ब्रिज का पूरा काम घाघरा नदी में तीन से चार फीट पानी आने की वजह से बन्द हो गया है। 18980 की साइट लोकेशन का काम एक से डेढ़ फीट मिट्टी की गाद आने से बन्द हो गया है।
कल्याणपुर से जंदाहा रोड तक जाने का रास्ता घाघरा नदी में पानी का प्रवाह तेज होने से बंद हो गया है। इस चक्रवाती यास तूफान की वजह से कम्पनी को अनुमानतः 10 करोड का नुकसान हुआ है और कार्य की प्रगति पूरी तरह से ठप्प हो गयी है और तूफान से पूर्व की स्थिति में आने में लगभग एक से डेढ़ महीने का समय लगेगा और तब तक प्रदेश में मॉनसून के सक्रिय हो जाने की पूरी संभावना है।