
चंदन कुमार, मुजफ्फरपुर। कमरा मोहल्ले में तकी खां के वंशज का शव दफनाने के लिए दस घंटे तक बवाल चला। इस दौरान दो पक्षों के बीच हिंसक झड़प हुई। एक-दूसरे पर रोड़ेबाजी की। इसमें एक पक्ष के तीन युवक घायल हो गए, जबकि कई चोटिल हैं। सुबह आठ से शाम करीब छह बजे तक गतिरोध बना रहा। इसपर एसडीओ पूर्वी ने कमरा मोहल्ला स्थित इमामबाड़ा को सील कर दिया है। हालांकि, कमरा मोहल्ला में तनाव बरकरार है। एसडीओ पूर्वी के नर्दिेश पर नगर डीएसपी रामनरेश पासवान ने पुलिस बल को तैनात कर दिया है। वहीं देर रात तक थाने में आवेदन नहीं दिया गया है।
कमरा मोहल्ला निवासी स्व. सैयद अली इमाम के पुत्र जफर इमाम (50) की तबीयत खराब होने की वजह से गुरुवार की देर रात इंतकाल हो गया था। इसके बाद परिजन सुबह करीब आठ बजे शव को दफनाने के लिए कमरा मोहल्ला स्थित इमामबाड़ा के समीप कब्र खोदने लगे। इसका मौलाना काजिम शबीब व उनके समर्थकों ने विरोध किया और कहा कि वे किसी भी सूरत में शव को इमामबाड़ा के समीप नहीं दफनाने देंगे। वे कब्रस्थिान में जाकर शव दफन करें। इसको लेकर विवाद बढ़ा और दोनों पक्ष आपस में भिड़ गए।
बवाल नहीं थमने पर इमामबाड़ा सील:
बवाल और गतिरोध थमने का नाम नहीं ले रहा था। अंत में एसडीओ पूर्वी ने इमामबाड़ा को सील करने का नर्दिेश दिया। साथ ही दोनों पक्ष के समर्थकों को सख्ती से उनके घर भेजा गया। इसके बाद एसडीओ ने पूरे कमरा मोहल्ला में निषेद्याज्ञा अगले आदेश तक लागू कर दिया। वैसे इस संबंध में बिहार राज्य शिया वक्फ बोर्ड ने जफर इमाम के शव को इमामबाड़े के सामने दफन करने की अनुमति दी है। इसको लेकर बोर्ड के मुख्य कार्यपालक अधिकारी ने एसडीओ पूर्वी को पत्र लिखा है। इसमें कहा है कि मो. तकी खां वक्फ स्टेट के इमामबाड़े के कब्रस्तिान में उनके खानदान के मृतक को दफन किया जाता रहा है।
क्या कहा पदाधिकारी ने :
कमरा मोहल्ला के इमामबाड़े के बल्किुल सामने शव दफनाने को लेकर एक ही समुदाय के दो पक्षों में विवाद हो गया था। बहुत कोशिशों के बावजूद दोनों पक्ष अपनी-अपनी बात पर अड़े रहे। प्रशासन ने दोनों पक्षों को इस विवादित क्षेत्र से अलग रहने का आदेश दिया है। इमामबाड़े को भी अगले आदेश तक के लिए सील कर दिया गया है। शव को अलग दफनाने का आदेश दिया गया है। मोहल्ले में स्थिति शांतिपूर्ण व नियंत्रण में है।
–डॉ. कुंदन कुमार, एसडीओ पूर्वी