सामानों की बिक्री होने से दुकानदारों के चेहरे पर आयी रौनक
हाजीपुर(वैशाली)जिले से सटे हरिहर क्षेत्र सोनपुर मेला में कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर श्रद्धालुओं की बड़ी संख्या में जुटान हुआ इसके बाद से लगातार हर रोज भीड़ बढ़ रही है।श्रद्धालुओं की भीड़ से अन्य प्रदेशों व अन्य जिले के व्यापारियों एवं दुकानदारों तक संदेश गया कि चलो मेला की ओर।सरकारी स्तर पर मेला भले ही नहीं लगा पर यहां मेले की रौनक तो रंग-बिरंगी दुकानों से परवान पर है।कार्तिक पूर्णिमा के दिन से लगातार दुकानदारो के सामानों की बिक्री तथा उसके बाद लगातार बनी भीड़ व खरीदारी की खबर के बाद बाहर के दुकानदार यहां अपनी दुकानें जल्द ही लाने का मन बना रहे हैं।
इनमें अधिकांश ऐसे कारोबारी और दुकानदार हैं जो वर्षों से सोनपुर मेला में दुकानें लगाते रहे हैं। कुछ नयी दुकानें मेला ग्राउंड में लग भी रही है। दूसरी ओर मेला के नखास पर उत्तर प्रदेश के गोंडा,जौनपुर तथा गोरखपुर की हलवा तथा पराठे ,मियां मिठाई की दुकानें लगी हैं।खोमचे पर हलवा- पराठा की दुकान लगाए मोहम्मद जीशान तथा समीर बताते हैं उन लोगों के पिता और दादा भी यह कारोबार किया करते थे। यह पुश्तैनी कारोबार देश के विभिन्न मेलों में घूमकर हुआ करता है। सोनपुर मेला में हलवा पराठा की खूब बिक्री होती है, इसलिए हर साल वे लोग यहां खोमचा लेकर आते हैं। वे कहते हैं कि इस बार सरकारी मेला नहीं होने से उनकी बिक्री में कमी आई है।उधर चिड़िया बाजार के रोड का तो कहना ही क्या। इस मार्ग में लगी दोनों और की दुकाने ग्राहकों की भीड़ को स्वयं में समेटे हुए हैं।इस बाजार में दैनिक उपयोग की वस्तुएं तथा हर एक माल एकदाम की अनेक दुकानें लगी हुई हैं।इसी में है पापड़ी की दुकानें, जिसे मियां मिठाई भी कहते हैं।इस पापड़ी को मेले की सौगात भी कहा जाता है।गर्म वस्त्रों का बहुत बड़ा बाजार मेले में आयी हुई है उधर, मुंबई बाजार तथा मीना बाजार में विभिन्न प्रकार की वस्तुओं की दर्जनों दुकानें लगी हुई हैं। सोनपुर-हाजीपुर मुख्य मार्ग के बगल में पंजाब नेशनल बैंक के समीप गुरही जलेबी का आकर्षण बना हुआ है वही दर्जनों घोड़ा के आगमन से मेलार्थियों का आगमन होने से मेला परवान चढ़ गयी है वही मेला देखने व मेला में सामान खरीदने के लिए मेलार्थियों में उत्सुकता देखी जा रही है।