<p style=”text-align: justify;”>कुछ लोगों का वजन तेजी से कम नहीं होता, चाहे वे कितनी भी कोशिश कर लें. इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं, जैसे कुछ बीमारियां और शारीरिक समस्याएं. इन कारणों को जानकर और सही उपाय अपनाकर वजन घटाने में मदद मिल सकती है. आइए जानते हैं किन लोगों का वजन तेजी से नहीं कम होता और इसके पीछे के मुख्य कारण क्या हैं. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>मेटाबॉलिज्म का धीमा होना</strong><br />कुछ लोगों का मेटाबॉलिज्म धीमा होता है, जिससे उनका शरीर तेजी से कैलोरी बर्न नहीं कर पाता. इस कारण उनका वजन घटाना मुश्किल हो जाता है. यह वजन कम करने में बड़ी रुकावट बनता है. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>हार्मोनल असंतुलन</strong><br />हार्मोनल असंतुलन भी वजन घटाने में बाधा डाल सकता है. खासकर थायरॉयड की समस्या वाले लोग तेजी से वजन कम नहीं कर पाते. थायरॉयड हार्मोन के असंतुलन से मेटाबॉलिज्म धीमा हो जाता है, जिससे शरीर कम कैलोरी बर्न करता है. इसके कारण वजन कम करना मुश्किल हो जाता है. थायरॉयड के अलावा, अन्य हार्मोनल समस्याएँ भी वजन घटाने में रुकावट बन सकती हैं. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>खान-पान की वजह से <br /></strong>सही खान-पान न होने से भी वजन कम नहीं होता. अगर आपकी डाइट में ज्यादा तैलीय और मीठा खाना शामिल है, तो वजन कम करना मुश्किल हो जाता है. ऐसे खाने से शरीर में ज्यादा कैलोरी जमा हो जाती है, जिससे वजन घटाने में दिक्कत होती है. संतुलित और पौष्टिक आहार से ही वजन कम करना आसान होता है. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>तनाव और नींद की कमी</strong><br />तनाव और नींद की कमी भी वजन घटाने में रुकावट पैदा कर सकते हैं. तनाव के कारण शरीर में हार्मोनल बदलाव होते हैं, जो वजन कम करने में बाधा बनते हैं. पर्याप्त नींद न मिलने से शरीर ठीक से काम नहीं कर पाता, जिससे वजन घटाना मुश्किल हो जाता है. तनाव और अच्छी नींद का ख्याल रखना जरूरी है. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>पॉलीसिस्टिक ओवेरियन सिंड्रोम (PCOS)</strong><br />PCOS से पीड़ित महिलाओं में हार्मोनल असंतुलन होता है, जिससे वजन बढ़ता है और इसे कम करना मुश्किल हो जाता है. इस स्थिति में शरीर के हार्मोन संतुलन में गड़बड़ी होती है, जिससे मेटाबॉलिज्म धीमा हो जाता है. इसके कारण महिलाओं को वजन घटाने में कठिनाई होती है. सही इलाज और बैलेंस लाइफस्टाइल से इस समस्या को कम किया जा सकता है. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>यह भी पढ़ें: <br /></strong><strong><a title=”Myths Vs Facts: क्या एक मरीज से दूसरे में फैल सकता है कैंसर, डिओडरेंट लगाने से भी हो जाती है ये बीमारी? जान लें क्या है असली सच” href=”https://www.abplive.com/lifestyle/health/health-tips-cancer-myths-and-facts-causes-symptoms-treatment-in-hindi-2734799/amp” target=”_self”>Myths Vs Facts: क्या एक मरीज से दूसरे में फैल सकता है कैंसर, डिओडरेंट लगाने से भी हो जाती है ये बीमारी? जान लें क्या है असली सच</a></strong></p>