
न्यूज़ डेस्क, तेघड़ा। तेघड़ा बाजार में चल रहे अतिक्रमण मुक्त अभियान की शिकायत फुटकर विक्रेता और स्थानीय लोगों से मिलने के बाद भाजपा नेता कृष्णनंदन सिंह के नेतृत्व में एक शिष्टमंडल तेघड़ा एसडीएम राकेश कुमार से मिलकर विभिन्न मुद्दों पर अपनी बातें रखी । उन्होंने एसडीएम से कहा सरकारी भूमि पर पड़ने वाले मकान और दुकान को भी तोड़ा जाए इस पर किसी को कोई आपत्ति नहीं है । इस अभियान में नगर परिषद के कर्मचारियों के द्वारा एकरूपता नहीं बरती जा रही है ।
अतिक्रमण मुक्त करने का अभियान बाजार के किसी एक छोर से शुरू किया जाए और एक तरफ से सड़क पर बनी सभी मकान और दुकान को हटाया जाए । उन्होंने कहा तेघड़ा के कैंची मोड पर बसे महादलित परिवार को पहले वासगीत का पर्चा देकर वहां से उसे हटाया जाए । तेघड़ा बाजार पश्चिम चौक (झंडा चौक) से तैलिक समाज भवन तक जमीन का पैमाइश कर सड़क को भी अतिक्रमण मुक्त किया जाए । इस सड़क पर चार चक्का एवं ट्रैक्टर वाहन निर्वाध रूप से चलता था ।
आज पैदल चलना भी मुश्किल है । तेघड़ा बाजार में नाला निर्माण होना है । नाला निर्माण का जगह सुनिश्चित कर फाइबर ब्रिक्स बिछाया जाए अन्यथा चार-पांच महीना के बाद नाला निर्माण के नाम पर फाइबर ब्रिक्स को उखाड़ जाएगा और सरकारी राशि का दुरुपयोग होगा । उन्होंने कहा अतिक्रमण मुक्त अभियान के तहत पीड़ित पक्ष को भी अपनी बातें रखने का मौका दिया जाए ।
बताते चले तेघड़ा बाजार में अतिक्रमित भूमि को अतिक्रमण से मुक्ति दिलाने हेतु एसडीएम राकेश कुमार के निर्देश अनुसार कार्यपालक पदाधिकारी किशोर कुणाल और अंचल अधिकारी रविरंजन के द्वारा पुलिस बल के साथ बीते शुक्रवार से अतिक्रमित भूमि को खाली करने का अभियान चलाया जा रहा है । एसडीएम तेघड़ा के पत्रांक 138 दिनांक दस फरवरी 2025 के द्वारा आदेश दिया गया की तेघड़ा बाजार में अस्थाई दुकान जैसे फल ,सब्जी सहित फुटकर विक्रेता को हटाया जाए । लेकिन अतिक्रमण मुक्त अभियान के तहत मकान और दुकान को तोड़ा जा रहा है । गुरुवार को अतिक्रमण मुक्त अभियान के तहत कैंची मोड पर बसे महादलित परिवार की झोपड़ी को जेसीबी मशीन से नगर प्रशासक के द्वारा तोड़ दिया गया । जिसके कारण स्थानीय लोग और राजनीतिक कार्यकर्ताओं में आक्रोश का माहौल पैदा हो गया था ।
राकेश कुमार, एसडीएम तेघड़ा : राजनीतिक कार्यकर्ताओं का एक शिष्टमंडल मिलकर अतिक्रमण मुक्त अभियान के तहत होने वाली समस्या से अवगत कराया है । हमें जानकारी मिली है महादलित परिवार सरकारी भूमि पर बसे हुए हैं इसकी जांच कर उसे बासगीत का पर्चा देने के बाद ही हटाया जाएगा और बाजार में चल रहे अतिक्रमण अभियान के तहत मिली शिकायत को भी दूर करने का प्रयास किया जाएगा