न्यूज़ डेस्क, वैशाली। शारदा विश्वविद्यालय की बीडीएस की छात्रा ज्योति शर्मा प्रकरण की भांति ही केसीसी प्रबंधन की प्रताड़ना से बीटेक की छात्रा द्वारा अपने फ्लैट में मंगलवार रात फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली गई। सेमेस्टर परीक्षा के लिए केसीसी को केंद्र बनाया गया था।
परीक्षा के दिन पहले छात्रा को गलत विषय का प्रश्नपत्र थमा दिया, विरोध करने पर नकल करने का आरोप लगा यूएफएम की कार्रवाई कर दी गई। विद्यार्थियों के सामने सार्वजनिक रूप से अपमानित किए जाने से छात्रा मानसिक तनाव में थी।
स्वजन ने केसीसी प्रबंधन, अज्ञात प्रोफेसर व कर्मचारियों के खिलाफ बीटा दो कोतवाली में मामला दर्ज कराया है। मूलरूप से बिहार के वैशाली जिला अंतर्गत रहीमापुर गांव निवासी राजवल्लभ पंडित परिवार के साथ बीटा दो कोतवाली क्षेत्र में सेक्टर सिग्मा-4 स्थित ग्रांड फोर्ट सोसायटी में साथ रहते हैं।
उनकी बेटी खुशबू (18) नालेज पार्क स्थित जीएनआइओटी कालेज में बीटेक प्रथम वर्ष की छात्रा थी। एकेटीयू ने सेमेस्टर परीक्षा के लिए केसीसी कालेज को परीक्षा केंद्र बनाया था। नौ जुलाई को खुशबू की रसायनशास्त्र विषय की परीक्षा थी, जबकि केसीसी के परीक्षकों ने उसे भौतिक विज्ञान विषय का पेपर थमा दिया।
परीक्षकों ने अपनी गलती मानने की बजाय खुशबू को अन्य छात्रों के सामने अपमानित किया। प्रताड़ित खुशबू वाशरूम चली गई। परीक्षक वाशरूम में पहले से पड़ी कुछ पर्चियां उठा लाए, जो उसके विषय से संंबंधित नहीं थीं। खुशबू की उत्तर पुस्तिका छीन कर दूसरी दी और फिर अपमानित किया।
केसीसी प्रबंधन ने खुशबू के खिलाफ यूएफएम (अनुचित साधन एवं कदाचार) की कार्रवाई कर दी। घटना के बाद से खुशबू मानसिक परेशान थी।
मंगलवार रात करीब 10 बजे खुशबू पंखे पर दुपट्टे से फंदा लगाकर जान दे दी। प्रभारी निरीक्षक विनोद कुमार ने बताया पुलिस पहुंची तो छात्रा का शव बेड पर पड़ा था, जो कि दुपट्टे से ढका था।
भाई विकास पंडित ने दी तहरीर में केसीसी प्रबंधन, प्रोफेसर और कर्मचारियों पर बहन पर झूठे आरोप लगाकर अपमानजनक शब्दों का प्रयोग करने से मानसिक परेशान होकर आत्महत्या करने की बात कही है।
केसीसी प्रबंधन व अज्ञात शिक्षकों व कर्मचारियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। जांच में मिले तथ्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
