
न्यूज़ डेस्क, वैशाली। स्थानीय चकसिकंदर स्थित राजकीय अभियंत्रण महाविद्यालय वैशाली में इंडक्शन प्रोग्राम के दौरान महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. अनंत कुमार के निर्देशन में राष्ट्रीय सेवा योजना, उन्नत भारत अभियान, रेड रिबन क्लब एवं ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के बैनर तले मां ब्लड सेंटर के द्वारा रक्तदान शिविर का आयोजन प्रो. निशांत नीलय के देखरेख में संपन्न किया गया। बताते चलें कि अभियंत्रण महाविद्यालय में नवनामांकित बीटेक के छात्र-छात्राओं के लिए नवदिवसीय इंडक्शन प्रोग्राम के अंतर्गत लगभग 50 तरह के कार्यक्रमों का आयोजन सुनिश्चित किया गया है। इसी क्रम में योग, मेडिटेशन, लाइफ स्किल्स, सामाजिक मूल्य, नशा मुक्ति तथा रक्तदान का आयोजन ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के सौजन्य से महाविद्यालय के तृतीय तल स्थित मल्टीपरपज हॉल में आरंभ किया गया।
कार्यक्रम के बारे में बताते हुए महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. कुमार ने बताया कि बीटेक के छात्र-छात्राओं को अध्ययन के दौरान बड़े परिवर्तन से गुजरना पड़ता है।बीटेक की पढ़ाई सामान्य शिक्षा से तकनीकी शिक्षा की तरफ पहला कदम होता है। इनके उज्जवल भविष्य को ध्यान में रखते हुए कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है। छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए आपने बताया कि लक्ष्य हमेशा बड़ा रखना चाहिए क्योंकि लक्ष्य बड़े होने से लक्षण भी बड़े हो जाते हैं। छात्र-छात्राएं अपने जीवन में सफलता की पराकाष्ठा पर कैसे पहुंचे के बारे में समझाते हुए प्राचार्य ने कहा कि केवल हाथ या दिमाग से कार्य करने से सामान्य सफलता मिलती है; परंतु जो विलक्षण प्रतिभावान बनना चाहते हैं उनको हाथ और दिमाग के साथ ही दिल से काम करने की जरूरत होती है। बीटेक के छात्र-छात्राओं को भाग्य निर्माण के लिए अपने भाव, भावना और भक्ति को संयुक्त रूप से गति देने की जरूरत है। लगभग चार घंटे के सेशन के अपने संबोधन में प्राचार्य ने जीवन के सारे पहलुओं को बारीकी से दिखाने का सफल प्रयास किया। जीवन में सफलता के लिए खुश रहना अत्यंत की आवश्यक है; क्योंकि एक खुश व्यक्ति के अंदर ही सृजनात्मक और अद्वितीय प्रतिभाएं प्रस्तुत होती हैं। छात्र-छात्राओं को चाहिए कि काम, क्रोध, मद , लालच आदि चरित्र के बुराइयों से दूर रहे और कठिन परिश्रम, मजबूत संकल्प शक्ति, तथा सद्गुणों को अपना कर सफलता की परचम फहराएं।
छात्र-छात्राओं के अतिरिक्त अभिभावकगण तथा फैकेल्टीज को संबोधित करते हुए प्राचार्य डॉ. कुमार ने बताया कि महाविद्यालय के शिक्षक एवं कर्मचारी तथा सीनियर छात्र-छात्राओं का भरपूर सहयोग मिलता है जो किसी संस्थान में छात्र-छात्राओं के उज्जवल भविष्य के लिए जरूरी है।
ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय से कंचन दीदी, मदूरता बहन, शालिनी बहन, डॉ. फनेशचंद्र तथा अमन राज आदि के द्वारा छात्र-छात्राओं में आध्यात्मिक मूल्यों को उत्पन्न करने का प्रयास किया गया। कुमारीज के द्वारा मनुष्य के अंतर निहित दैविक तत्व के महिमा एवं चमत्कार को उजागर कर आध्यात्मिक शक्तियों से सभा में उपस्थित सदस्यों को अवगत करने का प्रयास किया गया।
आयोजित रक्तदान शिविर में छात्र-छात्राओं के साथ ही महाविद्यालय के शिक्षकों एवं कर्मियों के द्वारा भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया गया। महाविद्यालय के बीटेक के छात्र उत्तम कुमार ने रक्तदान उपरांत अपना अनुभव साझा करते हुए बताया कि समाज के प्रति उत्तरदायित्व सुनिश्चित करते हुए रक्तदान की प्रेरणा मिली। बातचीत के दौरान अधिकतर रक्तदानियों ने बताया कि वह प्रतिवर्ष रक्तदान करते हैं जिससे उनकी समाज और देश के प्रति सेवा की भावना संतुष्ट होती है। समाचार लिखे जाने तक अभिषेक रंजन, दीपक कुमार, उत्तम कुमार, अमरीश राज, ऋषभ आनंद, एमडी मारूफ, सोनम कुमारी, अनुराग कुमार, संध्या कुमारी, रोहित कुमार, आदित्य कुमार सिंह, मनजीत कुमार, प्रणय कुमार शर्मा, आदर्श कुमार, रोहित कुमार, प्रबल कुमार, सुजीत कुमार, हर्षदीप कुमार, अमित लाल आदि छात्र-छात्राओं के द्वारा रक्तदान किया जा चुका था।
कार्यक्रम के दौरान मंच का संचालन बीटेक के छात्र-छात्राओं यथा प्रकाश कुमार, विजया श्रीवास्तव, श्रेया सिंह, आदित्य देव, सौरव सुमन, रोशन कुमार, अंशिका आदि के द्वारा किया गया। डॉ. गणेश ठाकुर, डॉ. प्रदीप कुमार श्रीवास्तव, डॉ. शिवांगी सक्सेना, डॉ. रजनीश कुमार, प्रो. अनुराग कुमार, प्रो. इरफानूल हक, प्रो. नेहा चौधरी, प्रो. प्रियंका झा आदि के द्वारा सेशन कोऑर्डिनेटर की भूमिका निभाई गई। डॉ. गणेश ठाकुर के द्वारा कार्यक्रम के समापन पर धन्यवाद ज्ञापन किया गया।