
न्यूज़ डेस्क, सहरसा। बिहार राज्य आईटी कर्मी संयुक्त संघर्ष मोर्चा अपने चरणबद्ध आंदोलन के तहत सोमवार से अनिश्चित कालीन हड़ताल पर चले गये।संघ ने स्थानीय स्टेडियम मैदान के बाहरी भाग में अनिश्चित कालीन हड़ताल शुरू की। संघ अध्यक्ष कुंदन कुमार, अभिषेक कुमार, सचिव संजीव कुमार, कोषाध्यक्ष प्रतीक कर्ण ने कहा कि डीएम सहित सभी संबंधित पदाधिकारियों को चरणबद्ध आंदोलन को लेकर पूर्व में ज्ञापन दे दिया गया है। संघ का आंदोलन राज्य स्तर पर भी जारी है। आज से जिले के सभी आईटी सहायक व अन्य अपने मांगों को लेकर अनिश्चित कालीन हड़ताल पर चले गये हैं।
उन्होंने कहा कि राज्य के सभी संविदा कर्मियों के मानदेय बढ़ोतरी के आह्वान के विपरीत बिहार प्रशासनिक सुधार मिशन सोसाईटी के कर्मियों का मानदेय बढ़ोतरी नहीं किये जाने के कारण तीन अक्टूबर एवं चार अक्टूबर को दो दिवसीय सामूहिक अवकाश एवं छह अक्टूबर से राज्य स्तर पर भूख हड़ताल किया जा रहा है। जिले में अनिश्चित कालीन हड़ताल शुरू किया गया है। यह चरणबद्ध आंदोलन राज्य संघ के निर्णय के आलोक में किया जा रहा है। जिसमें जिले के सभी आईटी सहायक एवं कार्यपालक सहायक शामिल हैं।
उन्होंने कहा कि चार सूत्री मांगों में सेवा स्थायी करण एवं वेतनमान का लाभ प्रदान करने, सातवें वेतन आयोग की अनुशंसा के आलोक में पद सोपान के अनुरूप सेवाकाल की गंणना करते मानदेय का निर्धारण करने, ईपीएफ का लाभ नियोजन की तिथि से देने, पुर्ननियोजन की व्यवस्था 22 जनवरी 2021 के आलोक ने करने, सेवा काल में मृत्यु उपादान न्युनतम 40 लाख रूपये करने व स्थायी अपंगता की स्थिति में न्युनतम 25 लाख उपादान की स्वीकृति एवं आश्रित को अनुकंपा के आधार पर नियोजित की मांग शामिल है।
मौके पर उपाध्यक्ष विश्वजीत कश्यप, संजीत झा, आयुष झा, संयुक्त सचिव पिंटू कुमार, अजीत कुमार वर्मा, कोर कमेटी सदस्य अरविंद कुमार, प्रवक्ता सुदर्शन कुमार, परवेज कुमार, विनीत कुमार, रोहित कुमार, मो इमामुद्दीन अंसारी, आशीष झा, अमित कुमार झा, परवेज आलम, सोनू कुमार, रोहन राजा, अमित कुमार, अनिल कुमार, नवीन कुमार, अरविंद कुमार, अजीत कुमार, प्रदीप कुमार, रूपेश झा सहित अन्य सभी कार्यपालक सहायक सैकड़ो की संख्या में धरना स्थल पर मौजूद थे।