
आगामी विधानसभा चुनाव–2025 की तैयारी: BICA सभागार, हाजीपुर में 359 सेक्टर पदाधिकारियों एवं 359 पुलिस सेक्टर पदाधिकारियों को मिला प्रशिक्षण
“चुनाव प्रक्रिया की सफलता का मेरुदंड हैं सेक्टर पदाधिकारी, निष्पक्षता और सजगता से निभाएँ दायित्व”
जिला पदाधिकारी ने दिए व्यावहारिक निर्देश – मतदान केन्द्रों के भौतिक सत्यापन से लेकर मॉक पॉल तक की जिम्मेदारी पर विस्तार से प्रशिक्षण।
न्यूज़ डेस्क, वैशाली। आगामी बिहार विधानसभा चुनाव–2025 को स्वतंत्र, निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण वातावरण में सम्पन्न कराने के लिए बुधवार को BICA, हाजीपुर के सभागार में सेक्टर पदाधिकारी एवं पुलिस सेक्टर पदाधिकारियों का एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम जिला निर्वाचन सह जिलाधिकारी, वैशाली श्रीमती वर्षा सिंह व पुलिस अधीक्षक, वैशाली श्री ललित मोहन शर्मा के संयुक्त अध्यक्षता में आयोजित किया गया। इस अवसर पर सभी 359 सेक्टर पदाधिकारी एवं 359 पुलिस सेक्टर पदाधिकारी उपस्थित रहे। जिला पदाधिकारी ने कहा कि निर्वाचन कार्य अत्यंत संवेदनशील एवं दायित्वपूर्ण कार्य है। चुनाव प्रक्रिया की सफलता का आधार क्षेत्रीय स्तर पर कार्यरत सेक्टर पदाधिकारी और पुलिस सेक्टर पदाधिकारी ही होते हैं। उन्होंने कहा कि “चुनाव की संपूर्ण प्रक्रिया के शांतिपूर्ण संचालन में सेक्टर पदाधिकारियों की भूमिका मेरुदंड के समान है। यदि वे अपनी जिम्मेदारी ईमानदारी व सजगता से निभाएँ, तो चुनाव प्रक्रिया स्वतः ही सफल होगी।”
उन्होंने सेक्टर पदाधिकारियों को यह भी निर्देश दिया कि वे चुनावी तैयारियों के हर पहलू पर सूक्ष्म दृष्टि रखें और समस्याओं का त्वरित समाधान सुनिश्चित करें।
प्रशिक्षण में दिए गए मुख्य निर्देश
1. मतदान केन्द्रों का भौतिक सत्यापन
सभी सेक्टर पदाधिकारी अपने-अपने क्षेत्र अंतर्गत प्रत्येक मतदान केन्द्र का स्थल निरीक्षण कर सुनिश्चित करेंगे कि वहां की इमारत, पहुंच मार्ग और वातावरण चुनावी दृष्टि से उपयुक्त हो। मतदान केन्द्रों के आसपास वैकल्पिक मार्ग चिन्हित करना भी उनकी जिम्मेदारी होगी, ताकि किसी आपात स्थिति में मतदान दलों और मतदाताओं को असुविधा न हो।
2. रूट चार्ट एवं विधि-व्यवस्था का आकलन
सेक्टर पदाधिकारी को सभी मतदान केन्द्रों का रूट चार्ट तैयार करना होगा। इसके साथ ही मतदान केन्द्रों के आसपास विधि-व्यवस्था की स्थिति का गहन आकलन कर आवश्यक प्रतिवेदन जिला प्रशासन को उपलब्ध कराना होगा।
3. मूलभूत सुविधाओं का आकलन
मतदान केन्द्रों पर उपलब्ध मूलभूत सुविधाओं जैसे स्वच्छ पेयजल, शौचालय, पर्याप्त प्रकाश व्यवस्था, बैठने की सुविधा आदि का अवलोकन करना तथा कमी पाए जाने पर त्वरित सूचना संबंधित विभाग को देना उनकी जिम्मेदारी होगी। दिव्यांग मतदाताओं की सुविधा हेतु रैम्प की व्यवस्था सभी केन्द्रों पर सुनिश्चित कराना अनिवार्य है।
4. सुभेद्य एवं संवेदनशील स्थानों की पहचान
सेक्टर पदाधिकारी अपने क्षेत्र की सामाजिक संरचना का गहन अध्ययन कर उन स्थानों की पहचान करेंगे जहाँ साम्प्रदायिक तनाव, सामाजिक भेदभाव अथवा अन्य किसी कारणवश गड़बड़ी की संभावना हो सकती है। ऐसे स्थानों का प्रतिवेदन निर्वाचक निबंधन पदाधिकारी को उपलब्ध कराना होगा ताकि समय रहते आवश्यक कदम उठाए जा सकें।
प्रशिक्षण सत्र में जिलाधिकारी वैशाली ने सेक्टर पदाधिकारियों को उनके व्यावहारिक दायित्वों और तकनीकी पहलुओं की जानकारी दी। उन्होंने मतदान दिवस की कार्यप्रणाली, ईवीएम एवं वीवीपैट के प्रबंधन, मतदान केंद्रों पर उपलब्ध आवश्यक न्यूनतम सुविधाओं की जांच तथा पीडब्ल्यूडी मतदाताओं के लिए विशेष व्यवस्था पर विस्तार से प्रशिक्षण दिया। उन्होंने यह भी कहा कि सेक्टर पदाधिकारी अपने क्षेत्र के नोटिफाइड मतदान केन्द्रों का मानचित्र तैयार रखें, मतदान दलों के साथ नियमित संवाद बनाए रखें और किसी भी समस्या की सूचना तुरंत संबंधित वरीय पदाधिकारी को दें।
विशेष कर्तव्य एवं उत्तरदायित्व
मतदाता सूची अद्यतन: जिन eligible मतदाताओं के नाम अभी सूची में नहीं जुड़े हैं, उनके नाम जोड़ने में सहयोग करना।
भेद्य टोलों की पहचान: कमजोर वर्गों के मतदाताओं पर दबाव बनाने वाले असामाजिक तत्वों की पहचान करना और उनकी रिपोर्ट प्रखंड विकास पदाधिकारी अथवा अनुमंडल पदाधिकारी को उपलब्ध कराना।
मतदान केन्द्रों का पूर्व भ्रमण: पहुंच पथ, सड़क की स्थिति एवं अन्य व्यवस्थाओं का पूर्व आकलन करना।
पीडब्ल्यूडी मतदाताओं से समन्वय: दिव्यांग मतदाताओं को आयोग द्वारा प्रदत्त सुविधाओं की जानकारी देना और उन्हें मतदान हेतु प्रोत्साहित करना।
एएमएफ (आवश्यक न्यूनतम सुविधाएं) का निरीक्षण: उपलब्धता और कमी की सूचना समय पर देना।
कानून-व्यवस्था पर निगरानी: चुनाव के दौरान अशांति की स्थिति में निषेधाज्ञा की अनुशंसा करना।
आदर्श आचार संहिता का अनुपालन: अपने क्षेत्र में आदर्श आचार संहिता लागू कराना।
मतदान दिवस की जिम्मेदारियां
मतदान दल एवं सुरक्षा बलों की उपस्थिति सुनिश्चित करना।
ईवीएम एवं चुनाव सामग्री की समस्याओं का समाधान करना।
मतदान से पूर्व मॉक पॉल संचालित कराना।
पूरे दिन मतदान प्रक्रिया की सतत निगरानी करना।
मतदान उपरांत सुरक्षित ईवीएम का सुरक्षित स्थानांतरण सुनिश्चित करना।
पुलिस अधीक्षक वैशाली ने कहा कि सेक्टर पदाधिकारी एवं पुलिस सेक्टर पदाधिकारी दोनों को आपसी समन्वय स्थापित कर कार्य करना होगा। उन्होंने कहा कि “चुनाव केवल प्रशासनिक प्रक्रिया नहीं बल्कि लोकतंत्र का महापर्व है। इसे सफल बनाने में आप सभी की जिम्मेदारी सर्वोपरि है। आप सजग रहें, सक्रिय रहें और निष्पक्षता बनाए रखते हुए अपनी भूमिका का निर्वहन करें।” विधानसभा आम निर्वाचन 2025 को शांतिपूर्वक निष्पक्ष पारदर्शी एवं भय मुक्त तरीके से संपन्न करने के लिए जिला प्रशासन प्रतिबद्ध है।
प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान प्रभारी उप-निर्वाचन पदाधिकारी एवं अन्य संबंधित वरीय पदाधिकारी उपस्थित थे।
Election Commission of India
Chief Electoral Officer, Bihar
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