न्यूज़ डेस्क, वैशाली। स्थानीय चकसिकंदर स्थित राजकीय अभियंत्रण महाविद्यालय, वैशाली के तृतीय तल स्थित मल्टीपरपज हॉल में विज्ञान, प्रावैधिकी एवं तकनीकी शिक्षा विभाग के दिशा-निर्देशानुसार शिक्षक–अभिभावक बैठक का सफल आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. अनंत कुमार, उपस्थित अभिभावकगण एवं फैकल्टी सदस्यों द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलन कर किया गया।
कार्यक्रम का संचालन बीटेक छात्र प्रकाश ने किया। इस अवसर पर प्राचार्य डॉ. अनंत कुमार ने पीपीटी एवं चलचित्र के माध्यम से महाविद्यालय की शैक्षणिक, सह-शैक्षणिक एवं अन्य गतिविधियों की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने कहा कि संस्थान का उद्देश्य छात्रों को न केवल तकनीकी रूप से दक्ष बनाना है, बल्कि उनके व्यक्तित्व का सर्वांगीण विकास भी सुनिश्चित करना है। इस दिशा में शिक्षक और अभिभावकों की संयुक्त भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है।
अपने लगभग तीन घंटे के संबोधन में प्राचार्य ने सार्वजनिक संपत्ति की रक्षा, हिंसा से दूरी, अभियंत्रण शिक्षा का उद्देश्य, नशामुक्ति, अनुशासन, संस्कार, युवा के मौलिक कर्तव्य, राष्ट्रभक्ति, वैज्ञानिक सोच, मानवतावाद एवं मानवीय मूल्यों जैसे विषयों पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि शिक्षक सूर्य के समान होता है, जो सभी पर समान रूप से प्रकाश डालता है। आवश्यकता है अनुशासित और विनम्र विद्यार्थियों की, जो कठिन परिश्रम के माध्यम से समाज, देश और दुनिया का नाम रोशन करें।
उन्होंने बताया कि छात्रों के सर्वांगीण विकास हेतु महाविद्यालय में रोबोटिक्स, साइंस, खेलकूद, चित्रकला, नृत्य, संगीत, साहित्य, फोटोग्राफी आदि विभिन्न क्लब संचालित किए जा रहे हैं।
प्रो. निशांत नीलय द्वारा महाविद्यालय की शैक्षणिक, खेल, सामाजिक एवं सांस्कृतिक गतिविधियों पर आधारित चलचित्र प्रस्तुत किया गया, जिससे अभिभावकों को संस्थान की कार्यप्रणाली की प्रमाणिक जानकारी मिली।
बैठक में लगभग 400 अभिभावक उपस्थित रहे। महाविद्यालय प्रशासन द्वारा जलपान की व्यवस्था के साथ-साथ लिखित फीडबैक फॉर्म भी उपलब्ध कराया गया। विद्यार्थियों के शैक्षणिक प्रदर्शन, व्यवहार, स्वभाव एवं गतिविधियों पर सार्थक चर्चा हुई। अभिभावकों ने भी सक्रिय सहभागिता निभाई। रमाशंकर, राजेश, प्रभाकर, प्रियदर्शी, आशुतोष सहित कई अभिभावकों ने मंच से अपने विचार साझा किए। पूछे गए प्रश्नों का संतोषजनक उत्तर प्राचार्य द्वारा दिया गया।
अभिभावकगण महाविद्यालय की पठन-पाठन व्यवस्था से संतुष्ट नजर आए। प्राचार्य ने आश्वस्त किया कि महाविद्यालय छात्र-छात्राओं के हितों की पूर्ण जिम्मेदारी निभा रहा है और प्लेसमेंट तक निरंतर प्रयासरत है। अभिभावकों ने भी प्रशासन को पूर्ण सहयोग देने का आश्वासन दिया।
कार्यक्रम के सफल संचालन हेतु डॉ. गणेश कुमार ठाकुर को समन्वयक, डॉ. रवि रंजन को सह-समन्वयक तथा विभिन्न फैकल्टी सदस्यों को समिति सदस्य नामित किया गया था। सभी विभागों—कंप्यूटर साइंस, इलेक्ट्रॉनिक्स, इलेक्ट्रिकल, सिविल, मैकेनिकल एवं फूड टेक्नोलॉजी मैनेजमेंट इंजीनियरिंग—स्तर पर शिक्षक–अभिभावक संवाद सुनिश्चित किया गया।
महाविद्यालय के मीडिया प्रभारी डॉ. प्रदीप कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि इस आयोजन को सफल बनाने में प्राचार्य के मार्गदर्शन, फैकल्टी सदस्यों, छात्र-छात्राओं एवं स्वयंसेवकों का सराहनीय योगदान रहा। कार्यक्रम का समापन मंच संचालक प्रकाश के धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ। इसके उपरांत अभिभावकों ने महाविद्यालय की विभिन्न प्रयोगशालाओं का भ्रमण किया।
