Kishanganj News: बांग्लादेश में बीते कई दिनों से हिंसा जारी है. बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना ने भीड़ के उत्पात से डरकर भारत में शरण ली है. वहीं देश में जारी तनाव के बीच रोजाना हजारों की संख्या में बांग्लादेशी लोग दूसरे देशों में घुसने का प्रयास कर रहे हैं. इसी क्रम में बिहार के जिला किशनगंज के बॉर्डर पर भी सैकड़ों लोगों के घुसने की खबर सामने आई है. किशनगंज से 19 किलोमीटर दूर इस्लामनगर जिले का बॉर्डर बांग्लादेश से लगता है. इस्लामनगर पश्चिम बंगाल में आता है लेकिन किशनगंज में बीएसएफ का हैडक्वार्टर है. जिसके चलते यहां से जवानों को भेजा गया है.
इसके बाद भारत-बांग्लादेश सीमा पर अलर्ट घोषित किया गया है. मालूम हो कि बीते कई दिनों से बांग्लादेश में हिंसा जारी है. उपद्रव और हिंसा के भय से बड़े पैमाने पर बांग्लादेशी नागरिक देश छोड़ने की कोशिशों में जुटे हुए हैं ताकि उनके जान माल की रक्षा हो सके. इसी क्रम में किशनगंज से सटे बंगाल के इस्लामपुर थाना क्षेत्र से सटे बांग्लादेश की सीमा पर सैकड़ों बांग्लादेशी नागरिक आ गए और भारत से शरण मांगने लगे.
बांग्लादेशी नागरिकों के बॉर्डर पर जमा होने की सूचना के बाद बीएसएफ कमांडेंट अजय शुक्ला, इस्लामपुर के एसपी जेबी थॉमस पुलिस अधिकारियों के साथ मौके पर पहुंचे और हालत का जायजा लिया. साथ में अधिकारियों ने बीजीबी के सहयोग से सभी नागरिकों को वापस उनके गांव भेज दिया है. सीमा सुरक्षा बल द्वारा प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया गया कि नॉर्थ बंगाल फ्रंटियर के अधीनस्थ दो बीओपी पर घुसपैठ की कोशिश की गई. जहां अधिकारियों और जवानों द्वारा समझा-बुझा कर सभी को वापस भेज दिया गया है.