न्यूज़ डेस्क, अलीगढ उत्तर प्रदेश में पुलिसकर्मियों के लिए शासन स्तर से तमाम तरह की सुविधा मुहैया कराई जा रही है. वहीं ज्यादातर पुलिसकर्मी मानसिक दबाव व अधिक प्रेशर के चलते ब्लड प्रेशर के रोगी बनते जा रहे हैं. जिसमें पुरुष पुलिसकर्मी की संख्या सबसे ज्यादा है. पुरुष पुलिसकर्मी पर ड्यूटी का दबाब बना रहता है, रिलैक्स ना मिलने के कारण यह बीमारी बढ़ती नजर आ रही है, शासन स्तर से तमाम तरह की मदद मुहैया करने की बात पुलिसकर्मियों के लिए की जाती है लेकिन जमीनी पटल पर पुलिस कर्मियों को कोई लाभ नहीं मिल पा रहा. दरअसल अलीगढ़ के पुलिस लाइन के अस्पताल में पुलिस के सहयोग से उम्मीद फाउंडेशन के बैनर तले पुलिसकर्मियों के लिए स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया जिसमें चेकअप के दौरान 160 पुलिसकर्मी के द्वारा चैकअप कराए गए इस दौरान बड़ा खुलासा हुआ है. 90 प्रतिशत पुलिसकर्मी ब्लड प्रेशर की बीमारी से ग्रस्त बताए गए हैं. यह खुलासा स्वास्थ्य शिविर कैंप में होने के बाद अब पुलिस के स्वास्थ्य को लेकर सवालिया निशान खड़े हो गए हैं.
उम्मीद फाउंडेशन के द्वारा पुलिस लाइन में एक कैंप का आयोजन किया गया था. जो पुलिस लाइन में लगाया गया. इस कैंप में काफी पुलिसकर्मियों ने हिस्सा लिया और अपने स्वास्थ्य का चेकअप कराया. इस कैंप में कई स्पेशलिस्ट डॉक्टर भी मौजूद रहे जिनके द्वारा पुलिसकर्मी के स्वास्थ्य का चेकअप किया गया. जिसमें सबसे ज्यादा पुलिसकर्मियों में ब्लड प्रेशर की बीमारी बताई गई है. जिसको लेकर डॉक्टर के द्वारा पुलिसकर्मियों को मस्तिष्क पर दबाव न रखने औप खान-पान को लेकर बात कही गई. उम्मीद फाउंडेशन संस्था के अध्यक्ष आदिल जवाहर के द्वारा जानकारी देते हुए बताया गया कि हमारे द्वारा इस तरीके के कैंप लगाए जाते हैं जो अधिकारी या पुलिसकर्मी हमारी सेवा में 24 घंटे तक पर तैयार रहते है. अपने स्वास्थ्य का ख्याल नहीं रख पाते इस भागदौड़ को देखते हुए उम्मीद फाउंडेशन के द्वारा इस कैंप का आयोजन किया गया है. जिसमें 10 स्पेशलिस्ट डॉक्टर की टीम चेकअप कर रही है. हमारे द्वारा जगह-जगह ऐसे कैंपों का आयोजन किया जाता है.
एसपी अमित जैन के द्वारा जानकारी देते हुए बताया गया कि आज पुलिस लाइन में उम्मीद फाउंडेशन के द्वारा एक कैंप का आयोजन किया गया है. जिसमें कई स्पेशलिस्ट डॉक्टर भी मौजूद हैं. जिनके द्वारा पुलिस कर्मियों का चेकअप किया जा रहा है. इस तरीके के कैंपों का आयोजन किया जाना चाहिए. जिससे पुलिसकर्मियों के अंदर स्वास्थ्य को लेकर कोई भी समस्या हो. हमारे द्वारा भी जिला स्तर पर इस तरह के कैंप लगाये जाते है. ऐसे कैंपों का आयोजन हर थाने और चौकी पर भी हो.