लेखक की कलम से … पूर्णिया सांसद पप्पू यादव जब रूपौली प्रखंड मुख्यालय में औचक निरीक्षण करने पहुंचे तो वहां का प्रधान लिपिक शराब के नशे में धुत्त था। तब सांसद ने पुलिस को सूचना देकर उसे गिरफ्तार करवाया।इस घटनाक्रम से यह खुलासा तो हो ही गया है कि बिहार में शराबबंदी जरूर कर दी […]
वाणीश्री हेल्थ टिप्स। औषधीय गुणों से भरपूर ऐलोवेरा में ए, सी, बी-1, बी-5, बी-6 व बी-12 जैसे विटामिनों की भरमार है। वही इसमें लौह, मैग्नेशियम, सोडियम, फास्फोरस, कैल्शियम और तांबा जैसे खनिज भी होते हैं जो सौन्दर्य और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का समाधान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते है। ऐलोवेरा का आपको भरपूर लाभ मिले […]
लेखक की कलम से … प्रशांत किशोर पांडेय, जो पीके के नाम से प्रसिद्ध हैं। लोगों ने इन्हें उस समय जानना शुरू किया जब नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में बीजेपी ने 2014 का चुनाव जीता। चुनाव के बाद कहा गया कि मोदी के अभियान की रणनीति प्रशांत किशोर ने तैयार की थी। इससे पूर्व उन्होंने […]
लेखक की कलम से …. वैदिक युग से आज तक हर मांगलिक एवं शुभ कार्य में प्रथम वंदनीय माने जाने वाले भगवान गणेश सही अर्थो में लोक देवता है। वनवासी आदिवासियों से लेकर महानगरों तक में उनकी श्रद्घा, भक्ति, आस्था एवं अटूट विश्वास के साथ पूजा-अर्चना एवं वंदना की जाती है। उत्तर से लेकर दक्षिण […]
लेखक की कलम से …सर्वप्रथम पूजा के अधिकारी भगवान गणेश की उपासना, आराधना एवं पूजा भारत के कोने-कोने में होती है। शैव मत के धर्मावलम्बी उन्हें भगवान शिव का पुत्र मानते हैं तो वैष्णव एवं शाक्त मतों के धर्मावलम्बी उनकी उपासना एवं आराधना लक्ष्मी के साथ करते हैं। गणेश का शाब्दिक अर्थ होता है गुणों […]
लेखक की कलम से….(लेखक मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री हैं) भगवान श्रीकृष्ण का जीवन दर्शन धर्म, जाति, व्यक्ति एवं लिंग से बहुत ऊपर है। लोक मान्यता है कि गुणातीत देवकीनंदन श्रीकृष्ण का अवतरण जन्माष्टमी के दिन हुआ। यह पावन संयोग है कि विष्णु जी के अष्टम अवतार श्रीकृष्ण माता देवकी के अष्टम पुत्र के रूप में अष्टमी […]
लेखक की कलम से…. भगवान मनमोहन श्रीकृष्ण के कारण देश में अब तक मथुरा, वृंदावन, द्वारका, बेटद्वारका,नाथद्वारा,और महाभारत की युद्ध भूमि कुरुक्षेत्र खासे चर्चित और धार्मिक स्थल के रूप में विख्यात और विकसित हुए हैं।भगवान श्रीकृष्ण और मध्यप्रदेश की पावन भूमि का रिश्ता भी अटूट और अनंत हैं। जिसका उल्लेख विभिन्न धार्मिक ग्रंथों एवं पुराणों […]
लेखक की कलम से …. लीला पुरुषोत्तम भगवान श्री कृष्ण का जन्म भाद्रपद कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को रोहिणी नक्षत्र में मथुरा में कंस के कारागार में हुआ। प्रातः काल से ही रिमझिम- रिमझिम बरसात हो रही थी। श्री ब्रह्मा जी ने देवताओं को जिस प्रकार समझाया था उसी के अनुसार अष्टमी तिथि की […]
लेखक की कलम से ….भगवान श्रीकृष्ण को ज्यादातर प्रेम के प्रतीक के रूप में पूजा गया जबकि प्रेम के अलावा भी श्रीकृष्ण बहुत विराट हैं पूर्ण पुरुषोत्तम हैं। बेशक प्रेम उनका स्वभाव है इसीलिए उनका प्रेम इतना विशाल इतना अनंत है कि वे सम्पूर्ण कलाओं के स्वामी बन सके और हर कला में पूर्ण। श्रीकृष्ण […]
लेखक की कलम से …. श्रीमदभगवदगीता हिन्दी पद्यानुवाद : विवेक रंजन श्रीवास्तव – श्रीमदभगवदगीता एक सार्वकालिक ग्रंथ है। इसमें जीवन के मैनेजमेंट की गूढ़ शिक्षा है। आज संस्कृत समझने वाले कम होते जा रहे हैं, पर गीता में सबकी रुचि सदैव बनी रहेगी, अत: संस्कृत न समझने वाले हिन्दी पाठको को गीता का वही काव्यगत […]