लेखक ओंकारेश्वर पांडेय की कलम से…पटना की गहन शांति में, प्रेम और संगीत से सजी एक जीवनगाथा थम गई। ब्रज किशोर सिन्हा को लोग आदर से, स्नेह से बीके सिन्हा जी ही कहा करते थे। अब वे इस नश्वर दुनिया से विदा ले चुके हैं। बिहार की महान लोक गायिका और पद्मश्री से सम्मानित शारदा […]
लेखक की कलम से….(लेखक मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री हैं) भगवान श्रीकृष्ण का जीवन दर्शन धर्म, जाति, व्यक्ति एवं लिंग से बहुत ऊपर है। लोक मान्यता है कि गुणातीत देवकीनंदन श्रीकृष्ण का अवतरण जन्माष्टमी के दिन हुआ। यह पावन संयोग है कि विष्णु जी के अष्टम अवतार श्रीकृष्ण माता देवकी के अष्टम पुत्र के रूप में अष्टमी […]
लेखक की कलम से…. भगवान मनमोहन श्रीकृष्ण के कारण देश में अब तक मथुरा, वृंदावन, द्वारका, बेटद्वारका,नाथद्वारा,और महाभारत की युद्ध भूमि कुरुक्षेत्र खासे चर्चित और धार्मिक स्थल के रूप में विख्यात और विकसित हुए हैं।भगवान श्रीकृष्ण और मध्यप्रदेश की पावन भूमि का रिश्ता भी अटूट और अनंत हैं। जिसका उल्लेख विभिन्न धार्मिक ग्रंथों एवं पुराणों […]
लेखक की कलम से …. श्रीमदभगवदगीता हिन्दी पद्यानुवाद : विवेक रंजन श्रीवास्तव – श्रीमदभगवदगीता एक सार्वकालिक ग्रंथ है। इसमें जीवन के मैनेजमेंट की गूढ़ शिक्षा है। आज संस्कृत समझने वाले कम होते जा रहे हैं, पर गीता में सबकी रुचि सदैव बनी रहेगी, अत: संस्कृत न समझने वाले हिन्दी पाठको को गीता का वही काव्यगत […]
लेखक की कलम से… पवन वर्मा: अपने पत्रकारिता जीवन के आरंभिक दौर में क्राइम रिपोर्टर के रूप में काम करते हुए मैंने अनेक बार महसूस किया कि अपराध की दुनिया में बहुत कुछ ऐसा होता है जो आधिकारिक रुप से सामने नहीं आता लेकिन यह छुपा हुआ सच बेहद रोमांचक होता है। पर्दे के पीछे […]
लेखक की कलम से …. हमारे देश में मिठाइयों के बिना किसी त्यौहार की कल्पना भी नहीं की जा सकती। त्यौहारी सीजन आते ही बाजार में मिठाइयों की मांग बढ़ जाती है और साथ ही मिलावटखोर भी अपना रंग दिखाना शुरू कर देते है।मिलावटी मिठाइयों से अनजान लोग उनके लालच की हद को समझे बिना […]
लेखक की कलम से …. आधुनिक युग में, भारतीय पुलिस को असंख्य बहुआयामी चुनौतियों का सामना करना पड़ता है, जिनमें कई तरह के मुद्दे शामिल हैं। इन चुनौतियों में सांप्रदायिक अशांति और उग्रवाद से निपटना,नार्को टेरेरिज्म का मुकाबला करना, मानव तस्करी के नेटवर्क को विफल करना, आतंकवाद के विभिन्न रूपों का मुकाबला करना और सीमा […]
लेखक की कलम से ….आजादी की लड़ाई में बिहार के विभिन्न क्षेत्रों में भूमिगत रूप से क्रांतिकारी आंदोलन चलाने और उसे नेतृत्व प्रदान करनेवालों बाबू सियाराम सिंह अग्रणी सेनानी थे। उनके द्वारा गठित सियाराम दल ने विदेशी हुकूमत की नींद हराम कर रखी थी। इंडियाज स्ट्रगल फॉर इंडिपेंडेस में इस क्षेत्र की गतिविधियों का उल्लेख […]
लेखक की कलम से …. हमारी राजनीतिक स्वतंत्रता और अधिकारों की लड़ाई का इतिहास काफी विस्तृत, अनूठा और पूराना है। इसके स्वरूपों में समय-समय पर परिवर्तन होते रहे हैं। 1757 में ईस्ट इंडिया कम्पनी का व्यापार जमने के बाद के कुछ वर्षों में तोकोई हलचल नहीं हो सकी, परन्तु फिर कम्पनी और अधिकारियों के खिलाफ […]
मुनि सुखलाल – विभूति फीचर्स सत्य एक सापेक्ष अनुभूति है। अखंड सत्य तो केवल सर्वज्ञ ही जान सकता है। एक-एक पदार्थ के अनंत-अनंत पर्याय हैं। आदमी एक पदार्थ के सारे पर्यायों को भी नहीं जान सकता तो समस्त पदार्थों के समस्त पर्यायों के जानने का तो प्रश्न ही नहीं उठता। मनुष्य का ज्ञान ज्यों-ज्यों विकसित […]