वैशाली। बीते दिनों 14 सितंबर की दोपहर 24 वर्षीय राकेश कुमार पिता स्व जामुन पासवान को दिन दहाड़े बिदूपुर थाना क्षेत्र स्थित रहीमापुर पेट्रोल पंप के पास अपराधियों ने मुंह में गोली मार दी थी। घटना के बाद इलाज के दौरान उसकी पांचवे दिन मौत हो गई। घायल की मौत के बाद मृतक राकेश का शव जैस हीं गांव बहुआरा पहुंचा गांव में कोहराम मच गया। घर में उसके मां शीला देवी और पत्नी और अन्य परिजनों का रो रोकर बुरा हाल था।
इसको लेकर महुआ SDPO सौरव सुमन के साथ थानाध्यक्ष बरांटी मनोज कुमार, एस आई संजीत कुमार गुप्ता, स्थानीय मुखिया, पूर्व मुखिया सुरेश राय एवं अन्य जनप्रतिनिधि पहले से हीं पीड़ित परिवार के घर पहुंचे हुए थे। जैसे हीं मृतक राकेश का शव पहुंचा सैंकड़ो की संख्या में लोग देखने को लेकर एकत्रित हो गए। जिसके बाद सारी प्रक्रिया पूर्ण कर शव को अंतिम संस्कार के लिए भेजा गया। इस संबंध में मृतक का चचेरे भाई ने आरोप लगाया कि पुलिस कुछ नही कर रही।
पांच दिन पूरा हो जाने के बाद भी कोई अपराधी नही पकड़ा गया। आये दिन हत्या कर दी जाती है। हत्या भी सिर्फ जाति विशेष की हो रही है। मृतक के मां शीला देवी ने बताया कि जब राकेश छोटा था तो उस समय पति की मौत हो गई थी। मौत के बाद दोनो बेटे को मजदूरी कर पढ़ाया लिखाया था। और वर्ष 2017 में उसका शादी कीए थे। वो पार्सल डिलीवरी करने का काम शुरू किया था। वो प्रतिदिन पार्सल डिलीवरी करने घर से सुबह निकल जाया करता था और शाम को लौट जाता था। जिस दिन गोली मारी गई थी उस दिन भी सुबह घर से निकला था। लेकीन दोपहर में सूचना मिला की किसी ने गोली मार दिया है। मेरे बच्चे का विवाद किसी से नहीं था। जब कमाने लायक हुआ था तो दुश्मनों ने हत्या कर दिया।
मृतक के चाची सीता देवी ने कहा कि राकेश के एक दो साल के बच्चा और पत्नी गर्ववती है जिसकी डिलीवरी दो दिन बाद होना है। जब उसके पिता की मौत हो गई थी उसके बाद मां शीला देवी ने ही बहुत दिक्कत से बच्चे को पाल पोश किया था पढ़ाया लिखाया और शादी किया जब वे अपने पैर पर खड़ा हुआ तो गोली मारकर हत्या कर दिया। घर का बड़ा लड़का था और उसी पर पूरा घर परिवार का जिमेदारी था। हालांकि इस घटना को लेकर पुलिस अभी शक के घेरे में है।
इस संबंध में पूछे जाने पर कुछ बताने से इनकार कर रही है। हालांकि पुलिस इस हत्या मामले का गुत्थी सुलझाने में लगी है।