
नई दिल्ली, 18 अक्टूबर 2025 — राजधानी दिल्ली के ऐतिहासिक कर्तव्य पथ पर इस वर्ष पहली बार मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम के पावन आगमन के उपलक्ष्य में दीपोत्सव का भव्य आयोजन किया गया। इस अलौकिक पर्व में कुल 1 लाख 51 हजार दीपों की दीपमालिका से सम्पूर्ण कर्तव्य पथ प्रकाशमय हो उठा, मानो त्रेतायुग सजीव हो उठा हो।
कार्यक्रम का शुभारंभ भगवान राम की प्रतीकात्मक शोभायात्रा से हुआ, जिसमें श्रीराम, माता सीता, लक्ष्मण और हनुमान की झांकियों ने दर्शकों को भावविभोर कर दिया। इसके पश्चात प्रसिद्ध कथावाचकों द्वारा प्रस्तुत रामकथा ने श्रद्धालुओं को प्रभु श्रीराम के आदर्शों की स्मृति दिलाई।
रात्रि में हुए ड्रोन शो ने तकनीक और आस्था का अनूठा संगम प्रस्तुत किया, जिसमें श्रीराम के जीवन प्रसंगों को आकाश में चित्रित किया गया। इसके साथ-साथ विभिन्न राज्यों की सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने भारत की विविधता में एकता और राम के universal appeal को रेखांकित किया।
इस अभूतपूर्व दीपोत्सव में देश-विदेश से आए श्रद्धालुओं, पर्यटकों और नागरिकों की भारी भीड़ उमड़ी। आयोजन में केंद्रीय मंत्रियों, सांसदों, और विभिन्न गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति ने भी समारोह की गरिमा को और बढ़ाया।
यह दीपोत्सव केवल एक सांस्कृतिक आयोजन नहीं, बल्कि भारत की आत्मा, परंपरा और राष्ट्रभावना का जीवंत प्रतीक बनकर उभरा। पहली बार दिल्ली के हृदय में भगवान श्रीराम के स्वागत में दीपों की ऐसी अलौकिक श्रृंखला ने यह संकेत दिया कि राम केवल एक धर्म या राज्य के नहीं, बल्कि सम्पूर्ण भारत के आदर्श पुरुष हैं।
#DilliDeepotsav2025 अब एक ऐतिहासिक स्मृति बन चुका है, जिसकी गूंज वर्षों तक जनमानस में बनी रहेगी।