
बिदुपुर: स्थानीय चकसिकंदर स्थित राजकीय अभियंत्रण महाविद्यालय वैशाली में अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद, नई दिल्ली के दिशा-निर्देश में विज्ञान, प्रौद्योगिकी एवं तकनीकी शिक्षा विभाग, बिहार सरकार के आदेश के अनुसार बीटेक प्रथम वर्ष के नवनामांकित छात्र-छात्राओं के सत्र-आरंभ पर दिनांक 19 सितंबर 2025 से 27 सितंबर 2025 तक नवदिवसीय इंडक्शन प्रोग्राम आयोजित किया जा रहा है।
कार्यक्रम का आरंभ महाविद्यालय के तृतीय तल स्थित मल्टीपरपज हॉल में महाविद्यालय के प्राचार्य, फैकल्टीज तथा छात्र-छात्राओं के उपस्थिति में दीप-प्रज्वलित कर किया गया। इंडक्शन प्रोग्राम के बारे में बताते हुए महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. अनंत कुमार ने कहा कि तकनीकी शिक्षा का स्तर इंटरमीडिएट एवं परंपरागत पाठ्यक्रम से भिन्न होता है।
बीटेक के पाठ्यक्रम का आरंभ करने वाले छात्र-छात्राओं को शैक्षणिक, व्यावहारीक एवं भावनात्मक बदलाव से गुजरना होता है। अतः सत्र के आरंभ में ही कार्यक्रम के माध्यम से इस प्रकार प्रशिक्षित किया जाता है कि वह महाविद्यालय से इंजीनियर बनकर अथवा स्टार्टअप के माध्यम से नौकरी देने वाला बनकर अपने व्यक्तिगत उत्थान के साथ ही समाज और देश के प्रगति में सहायक हो। सत्र के प्रथम चरण में सेशन कोऑर्डिनेटर्स प्रो. गरिमा यादव, प्रो. रजनी कुमारी तथा प्रो. पंकज कुमार के द्वारा सीनियर तथा जूनियर छात्र-छात्राओं को आपस में बातचीत कर एक दूसरे को समझने का अवसर प्रदान किया गया। जिससे जूनियर-सीनियर छात्र-छात्राओं में आपसी सामंजस्य स्थापित हो और प्रत्येक एक दूसरे से लाभान्वित हो सके।
इस कार्यक्रम के दौरान परिचय, प्रतियोगिता, अनुभव सहित अन्य भिन्न प्रकार के गतिविधियों को शामिल किया गया। कार्यक्रम को रुचिकर बनाया गया था जिससे छात्र-छात्राओं में भारी उत्साह का माहौल बना रहा। इंडक्शन प्रोग्राम के दूसरे दिन सेशन कोऑर्डिनेटर्स डॉ. शिवांगी सक्सेना, प्रो. नेहा चौधरी, प्रो. विवेक राज, डॉ. हसन इमाम, प्रो. अजीत कुमार तथा प्रो. कुमार अभिनव आदि के द्वारा कार्यक्रम संपादित किया गया। प्रो. नारायण तथा प्रो. निशांत के द्वारा छात्र-छात्राओं को सोशल आउटरीच पर विस्तृत रूप से पीपीटी के माध्यम से विचारों को साझा किया गया।
वहीं प्रो. चौधरी के द्वारा छात्र-छात्राओं को वर्चुअल लैब के बारे में तथा प्रो. विवेक राज के द्वारा भारतीय राष्ट्रीय डिजिटल लाइब्रेरी तथा डेवलपिंग लाइब्रेरी नेटवर्क विषयों पर पीपीटी के माध्यम से विस्तृत रूप से व्याख्यान प्रस्तुत कर छात्र-छात्राओं को डिजिटल लाइब्रेरी से परिचित कराया गया जहां लाखों की संख्या में छात्र-छात्राओं को नि:शुल्क डिजिटल बुक्स उपलब्ध कराया जाता है।
प्रो. निवेदिता सिंह के द्वारा ई-यंत्रा, प्रो. अजीत कुमार, प्रो. कुमार अभिनव तथा डॉ. तृप्ता के द्वारा भारतीय तकनीकी शिक्षा समिति एवं इंस्टीट्यूशंस आफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी विषयों पर अपना विचार प्रकट कर छात्र-छात्राओं को सदस्यता लेने हेतु प्रेरित किया गया। जिससे वह राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान दर्ज कर सकें। मौके पर उपस्थित महाविद्यालय के मीडिया प्रभारी डॉ. प्रदीप कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि प्राचार्य के कार्यालय आदेश के अनुसार लगभग 50 फैकल्टीज को सम्मिलित करते हुए विभिन्न कार्यक्रमों को नवदिवसीय इंडक्शन प्रोग्राम में जगह दिया गया है। प्राचार्य के निर्देशन में इसका मुख्य उद्देश्य विभिन्न पृष्ठभूमि से आए हुए छात्र-छात्राओं को राष्ट्रीय तथा अंतरराष्ट्रीय शैक्षणिक गतिविधियों से रूबरू करा कर भावनात्मक, व्यावहारिक, अनुशासनात्मक एवं नवाचार से संबंधित मूल्यों को उत्पन्न कर सफल व्यक्तित्व का निर्माण करना है।
छात्र-छात्राओं को इस योग्य बनाना है कि स्वयं, परिवार, समाज के साथ ही राज्य, देश तथा दुनिया में विकास को गति देने का कार्य कर सकें। संपूर्ण कार्यक्रम में लगभग 50 तरह के गतिविधियों को शामिल किया गया है, जिसमें परिचय, सामाजिक कार्य, ई-यंत्रा, वर्चुअल लैब, मेंबरशिप, ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट, परीक्षा, स्कॉलरशिप, स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड स्कीम, योगा, मेडिटेशन, स्टार्टअप, रूल्स एंड रेगुलेशंस, नशा मुक्ति, एंटी रैगिंग, वर्कशॉप इत्यादि शामिल है।