
न्यूज़ डेस्क, वाणीश्री न्यूज़। जनसुराज के संस्थापक सदस्य इंजीनियर धर्मेंद्र कुमार पिछले तीन महीने से लगातार राघोपुर में किये गए जनसंपर्क के बाद बिदुपुर के मधुरापुर स्थित पार्टी कार्यालय में सोमवार को प्रेस प्रतिनिधियों से वार्ता किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि राघोपुर विधानसभा क्षेत्र में समस्याओं का अंबार है और यहां के जनप्रतिनिधि जनमानस को जात पात में बांट कर अपनी राजनीतिक रोटी शेक रहे हैं।
उन्होंने कहा कि लगभग 35 वर्षो से एक ही परिवार के लोग यहां का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। इसके बाबजूद इसके 40 प्रतिशत लोग सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं से वंचित हैं। राघोपुर के छात्र छात्राओं को उच्च शिक्षा का साधन नही है। मोहनपुर में बने रेफरल अस्पताल में मरीजों के लिए कोई व्यवस्था नही है। बाढ़ और कटाव की विभीषिका से बचने के लिए अभी तक कोई कारगर उपाय नही किये गए हैं। केला उत्पादन करने वाले किसानों को अनुदान की कोई व्यवस्था नही हैं।
इस बार लोग बदलाव के मूड में आ गए हैं। उन्होंने कहा कि जात पात को तोड़कर राघोपुर का विकास ही यहां के जनप्रतिनिधियों का ध्येय होना चाहिए। संस्थापक सदस्य इंजीनियर धर्मेंद्र कुमार ने कहा कि मुख्यमंत्री के यह फैसला की राघोपुर को सिंगापुर की तर्ज पर ड्रीम लैंड बनायेंगे इस फैसले का हम सभी स्वागत करते हैं। राघोपुर की छह लाख आबादी मुख्यमंत्री के इस फैसले का तहेदिल से स्वागत करता है। वाबजूद राघोपुर की जनता आज अपने प्रतिनिधि को बदल डालने की ठान ली है। याद होगा कि एक बार राघोपुर की जनता का मूड बदला था तो राबड़ी देवी बुरी तरह हार गयी थी।
इंजीनियर धर्मेंद्र कुमार ने कहा कि गंगा नदी कटाव से राघोपुर की खेती योग्य भूमि को गंगा नदी के कटाव से बचाना, बाढ़ रोकने के लिए गंगा नदी किनारे बांध बांधना, पोलटेक्निक और डिग्री कालेज खोलना, राघोपुर में फ़ूड प्रोसैसिंग और छोटे छोटे कुटीर उद्योग को स्थापित करना, केला के किसानों को नुकसान में क्षतिपूर्ति देना, जैविक खेती को बढ़ावा देना, जिम्मेदारी और खालसा घाट को नमामि गंगे से जोड़ना जैसी दर्जनों योजनाओं के साथ राघोपुर को राघोपुरम बनाना मेरा उद्देश्य है। उन्होंने लोगो से जात पात से ऊपर उठ कर अपने प्रतिनिधि चुनने की मांग रखी।
मौके पर कमलकांत चौधरी, प्रमोद कुमार सिंह, अमित कुमार, मदन मोहन सिंह, कामता राय, राजेश कुमार, हरिनाथ सिंह के अलावा अन्य जनसुराजी मौजूद थे।