न्यूज़ डेस्क, वैशाली। आए दिन बिदुपुर प्रखंड के पंचायतों में हो रहे सरकारी कार्यों में अनियमितता की खबर सामने आती है। पिछले दिनों कुतुबपुर पंचायत में लगे बेंच में अनियमिता का मामला सामने आया था। जिसको लेकर जाँच कराने को लेकर आवेदन दिया गया था। बेंच को बाजार मूल्य से अधिक राशि का भुगतान कर खरीदा गया था। इसके अलावा माईल, नावानगर, रजासन में भी अधिक राशि का भुगतान कर बेंच खरीदा गया है।
इसी क्रम में प्रखंड के चकसिकंदर पंचायत में ग्राम पंचायत योजना से पंचायत सरकार भवन के प्रांगण में हो रहे पीसीसी कार्य में घोर अनियमितता सामने आई है। हो रहे पीसीसी कार्य में स्थल की साफ सफाई नही कराई गई और घास के ऊपर से ही पीसीसी कर दिया गया। वही कार्य गुणबत्ता के अनुसार भी नही हो रहा है। पीसीसी कार्य मे लोकल बालू का उपयोग किया जा रहा है। साथ हीं पीसीसी में सीमेंट, बालू, गिट्टी के मिक्चर का अनुपात भी सही नही है।
कार्य किस मद से हो रहा है, कितनी राशि से हो रहा है इसको लेकर कोई बोर्ड भी कार्य स्थल पर नहीं लगाया गया है। इस संबंध में टीए अभय कुमार से पूछताछ करने पर उन्होंने अनुपात के बारे में बताया कि एम20 या एम15 स्टीमिट में होगा। कार्य का निरीक्षण के उपरांत कार्य के अनुसार मापी पुश्त भरी जाएगी। वहीं राशि के बारे में उन्होंने बताया कि लगभग चार-पाँच लाख का स्टीमेट होगा।
अब सवाल यह उठता है कि जब टीए की उपस्थिति में पीसीसी कार्य को कराना है तो क्यों बिना जांच किये और अनुपस्थिति में कार्य को कराया जा रहा था। बाद में उनके द्वारा किस तरीके से जाँच की जायेगी। क्या क्यूब टेस्ट कराया जायेगा ? अगर नहीं तो जाँच कैसे करेंगे। इस संबंध में प्रखंड विकास पदाधिकारी कुमार मनीष भारद्वाज ने कहा कि जानकारी प्राप्त हुई है जांच कराई जाएगी।