
न्यूज डेस्क बिदुपुर: प्रखंड स्थित राजकीय अभियंत्रण महाविद्यालय वैशाली परिसर से विज्ञान प्रौद्योगिकी एवं तकनीकी शिक्षा विभाग के अंतर्गत बिहार काउंसिल औन साइंस एंड टेक्नोलॉजी के परियोजना निदेशक डॉ. अनंत कुमार के आदेश के अनुसार भ्रमणशील विज्ञान प्रदर्श बस सेवा का जिले के हाई स्कूल तथा इंटरमीडिएट कॉलेज के छात्र-छात्राओं का मनोरंजन पूर्ण परंतु वैज्ञानिक दृष्टिकोण से लाभान्वित करने के लिए 13 अक्टूबर 2025 से लगातार परिचालन किया जा रहा है।
बातचीत के दौरान तारामंडल पटना के परियोजना निदेशक एवं प्राचार्य डॉ. अनंत कुमार ने बताया कि भ्रमणशील विज्ञान प्रदर्श बस सेवा का परिचालन माननीय मुख्यमंत्री के द्वारा 20 सितंबर 2025 को पटना स्थित तारामंडल परिसर से हरी झंडी देकर राज्य के विभिन्न जिलों के लिए रवाना किया गया।
इसी क्रम में अभियंत्रण महाविद्यालय वैशाली से जिला के विभिन्न हाई स्कूल एवं इंटरमीडिएट कॉलेज के छात्र-छात्राओं को वैज्ञानिक दृष्टिकोण से उन्नत करने के लिए मोबाइल साइंस एग्जीबिशन बस सर्विस प्रोग्राम का आयोजन समन्वयक डॉ. रजनीश कुमार, सहायक प्राध्यापक, टीम लीडर रवि शंकर कुमार, टेक्नीशियन जगन्नाथ कुमार तथा चालक धर्मेंद्र कुमार के द्वारा फलीभूत किया जा रहा है।
मौके पर उपस्थित डॉ. रजनीश कुमार ने बताया कि दिनांक 13 अक्टूबर 2025 को महाविद्यालय परिसर में छात्र-छात्राओं को प्रदर्शनी के माध्यम से लाभान्वित किया गया। इसके बाद लगातार उच्च विद्यालय चकसिकंदर, उच्च विद्यालय बाकरपुर, उच्च विद्यालय राजापाकर, उच्च विद्यालय दयालपुर आदि शिक्षण संस्थानों में भ्रमण कार्यक्रम चलाया जा चुका है, जिसके माध्यम से छात्र-छात्राओं को विज्ञान से संबंधित विभिन्न कठिन और जटिल समस्याओं को आसान और मनोरंजन पूर्ण तरीके से समझाने का प्रयास किया जा रहा है; जिससे छात्र-छात्राओं में वैज्ञानिक दृष्टिकोण उत्पन्न हो और वह अभी से विज्ञान के प्रति रुचि पैदा कर अपनी नवाचारों के माध्यम से रोजगार परक शिक्षा प्राप्त कर स्वयं और समाज को लाभान्वित कर सकें।
महाविद्यालय के मीडिया प्रभारी डॉ. प्रदीप कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि परियोजना निदेशक डॉ. कुमार के आदेश से जिले के विद्यार्थियों के अंदर विज्ञान के प्रति उत्सुकता पैदा कर जटिल वैज्ञानिक समस्याओं को विभिन्न प्रकार के वैज्ञानिक प्रदर्शनी तथा प्रयोग के माध्यम से रोचक तरीके से सुलझाने का प्रयास किया गया है। विद्युत धारा, चुंबकीय क्षेत्र, दृष्टि दोष एवं भ्रम, कोण, समकोण, शंकु, भुजाएं, त्रिभुज, वृत्त, विद्युत प्रवाह, स्वाद विज्ञान तथा विज्ञान संबंधित विभिन्न प्रकार के प्रयोग को प्रदर्शनी में शामिल किया गया है, जिसको बच्चे स्वयं करके समझ सकते हैं। निश्चित रूप से प्रदर्शनी में छात्र-छात्राओं का उत्साह देखते बन रहा है। ऐसे चलप्रदर्शनी के द्वारा विद्यार्थियों के जीवन में विज्ञान के क्षेत्र में भारी परिवर्तन कर राज्य के युवाओं के भविष्य को उज्जवल बनाने का सुनहरा अवसर छुपा हुआ है।